राजस्थान में कोरोना के 5 नए मरीज:नवंबर में सैंपलिंग 35 फीसदी घटी और केस बढ़े; 7 दिन पूरे राज्य में 27 नए मरीज मिले.               

राजस्थान में कोरोना के 5 नए मरीज:नवंबर में सैंपलिंग 35 फीसदी घटी और केस बढ़े; 7 दिन पूरे राज्य में 27 नए मरीज मिले.               

राजस्थान में कोरोना के 5 नए मरीज:नवंबर में सैंपलिंग 35 फीसदी घटी और केस बढ़े; 7 दिन पूरे राज्य में 27 नए मरीज मिले.               

राजस्थान में कोरोना के 5 नए मरीज:नवंबर में सैंपलिंग 35 फीसदी घटी और केस बढ़े; 7 दिन पूरे राज्य में 27 नए मरीज मिले.                                                  
राजस्थान में नवंबर में भले ही दीपावली पर कोरोना के जीरो केस आए हो, लेकिन संक्रमण की दर धीमी गति से बढ़ रही है। इस महीने 7 दिन के अंदर अब तक 27 नए केस मिल चुके हैं, जिसमें 13 केस केवल जयपुर में मिले हैं। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में सैंपलिंग भी घटकर हर रोज औसतन 9 हजार के करीब पहुंच गई।चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट को देखे तो 1 से 7 नवंबर तक पूरे प्रदेश में करीब 64 हजार जांचें हुई यानी हर रोज औसतन 9 हजार जांचें। इससे पहले अक्टूबर में यह आंकड़ा हर रोज औसतन 14 हजार के करीब था। वहीं दूसरी तरफ जांच भले ही कम हो रही हो, लेकिन केसों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। इस कारण प्रदेश में एक्टिव केस भी बढ़े हैं।राजस्थान में अब कोरोना के 5 नए केस मिले हैं, जो सभी जयपुर में मिले हैं। अब तक राज्य में कुल 9 लाख 54,456 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 8,954 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 9 लाख 45,457 लोग इससे ठीक हो चुके हैं।

सभी पांचों मरीज जयपुर में

जयपुर में आज कोरोना के 5 नये मरीज मिले हैं, जिससे एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर यहां 22 पर पहुंच गई। वहीं बीकानेर में भी पिछले दिनों नए मरीज आने से कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 10 पर पहुंच गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज भी एक सोशल मीडिया पर आमजन को मैसेज देते हुए लिखा था कि भविष्य में सतर्कता नहीं बरती तो कोरोना के केसाें में इजाफा हो सकता है।

पूर्वोत्तर राज्यों में बढ़ रहे है केस
देश के अन्य राज्यों की स्थिति देखे तो पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में केस बढ़ रहे है। असम, त्रिपुरा, मेघालय समेत अन्य राज्यों में वर्तमान में राजस्थान, यूपी, बिहार से भी ज्यादा केस आ रहे है। जबकि आबादी के लिहाज से ये राज्य इन छोटे राज्यों से काफी बड़े है। वहीं विदेशों में भी कोरोना के केसों में अचानक बढ़ोतरी होने लगी है। रूस, यूक्रेन, ब्रिटेन, अमेरिका, चीन समेत कई बड़े देश जहां अधिकांश आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है तब भी वहां बड़ी संख्या में कोरोना के केस आ रहे है।

वैक्सीनेशन भी पड़ा धीमा
राज्य में जब से कोरोना के केस कम आने लगे है, लोगों में डर खत्म हो गया है। इसका असर वैक्सीनेशन पर भी देखने को मिल रहा है। राज्य में वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी कम हो गई है। त्यौहार के सीजन में तो यह रफ्तार भी कम हो गई है। अगस्त, सितम्बर के महीने में राज्य में हर रोज औसतन तीन लाख लोगों को डेली वैक्सीन लगती थी, लेकिन अक्टूबर और नवंबर में यह बहुत कम हो गई। अक्टूबर में हर रोज औसतन 2 लाख लोगों को वैक्सीन लगी है।