एबीवीपी के कार्यकर्ताओ के द्वारा रीट परीक्षा में हुई धांधली को लेकर किया गया विरोध प्रदर्शन, संगठन के छात्र नेता सिद्धार्थ देवासी के नेतृत्व में कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा ।
एबीवीपी के कार्यकर्ताओ के द्वारा रीट परीक्षा में हुई धांधली को लेकर किया गया विरोध प्रदर्शन, संगठन के छात्र नेता सिद्धार्थ देवासी के नेतृत्व में कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा ।
सिरोही
एबीवीपी के कार्यकर्ताओ के द्वारा रीट परीक्षा में हुई धांधली को लेकर किया गया विरोध प्रदर्शन, संगठन के छात्र नेता सिद्धार्थ देवासी के नेतृत्व में कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा ।
एबीवीपी के नगर मंत्री हिम्मत मल छिपा ने बताया कि REET, SI, जेईएन, पटवारी, आरएएस आदि प्रतियोगिता परीक्षा में पेपर लीक घोटाले व धांधलेबाजी के विरोध में प्रदर्शन किया गया,ज्ञापन में बताया कि राजस्थान में विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा के पेपर लीक घोटाले ने राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था को बिगाड़ दिया है । युवाओं को निराशा में धकेलने का काम किया है । एबीवीपी राजस्थान मे लगातार इन परीक्षा घोटाले के विरुद्ध सरकार की दमनकारी नीति के विरुद्ध प्रखरता से लड़ाई लड़ रही है । हालांकि एसओजी की जांच में रीट पेपर लीक के मामले का खुलासा हो गया है लेकिन अभी भी कई सवाल अनसुलझे है, ऐसे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर कलेक्टर के बाहर पर्दशन करके जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम का सौंपा ज्ञापन ।ज्ञापन में ये रखी मांगें इस मामले में लिप्त सभी सरकारी अधिकारी व कर्मचारी निलंबित किये जाए । साथ ही अन्य प्रतियोगी परीक्षा में हुई अनियमितता की जांच की जाए ।प्रदेश में लगातार विभिन्न परीक्षा में पेपर लीक और नकल प्रकरण के मामले बढ़ते जा रहे है, इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है । इस दौरान रीट अभ्यर्थी एव एबीवीपी के कार्य पुलिस व एबीवीपी कार्यकर्ताओं में हुई तनातनी ज्ञापन देने हेतु कार्यकर्ता जब कलेक्ट्रेट परिसर की ओर बढ़े तब उनको रोकने हेतु कलक्ट्रेट के गेट पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया । वहीं कार्यकर्ताओं द्वारा कोंग्रेस सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई, जिसके बाद ज्ञापन देने जाते समय कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा रोकने पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जयेश कुमार सोलंकी, सिद्धार्थ देवासी समेत कार्यकताओं की पुलिस के साथ बहस शुरू हो गयी, जिसको शांत कराते हुए कुछ कार्यकर्ताओं को ज्ञापन देने हेतु अंदर जाने की अनुमति दी गयी ।