देश एवं समाज का विकास समरसता एवं शिक्षा से संभव - डॉ भारत भूषण*

देश एवं समाज का विकास समरसता एवं शिक्षा से संभव - डॉ भारत भूषण*

देश एवं समाज का विकास समरसता एवं शिक्षा से संभव - डॉ भारत भूषण*
देश एवं समाज का विकास समरसता एवं शिक्षा से संभव - डॉ भारत भूषण*
देश एवं समाज का विकास समरसता एवं शिक्षा से संभव - डॉ भारत भूषण*

*देश एवं समाज का विकास समरसता एवं शिक्षा से संभव - डॉ भारत भूषण*

दिनांक 14अप्रैल 2022

उदयपुर 

मदन मोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय  में भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती  पर  संगोष्ठी का आयोजन किया गया । संगोष्ठी में मुख्य वक्ता डॉ भारत भूषण ओझा रहे।
संगोष्ठी में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर महेश दीक्षित ने भारत रत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर विलक्षण प्रतिभा के धनी थे । आजादी का अमृत महोत्सव में ऐसे महापुरुषों की जयंती से उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व से नवीन पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए एवं उनके आदर्शों को जीवन में आत्मसात करना चाहिए।
मुख्य वक्ता के रूप में डॉ भारत भूषण ने अपने उद्बोधन में कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एक सच्चे देशभक्त थे । डॉ अंबेडकर जी ने कृषि में सुधार कार्यक्रम के क्षेत्र में विस्तृत रूप से कार्य किया था ,शिक्षा में समानता एवं विदेश नीति स्वतंत्र होगी इस बात के डॉ अंबेडकर पक्षधर थे । कानून विद शिक्षाविद, राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री समाजशास्त्री ,समाज सुधारक ,महिला उत्थान हेतु कार्य करने वाले डॉ अम्बेडकर निश्चित रूप से अद्भुत प्रतिभा के धनी थे। डॉ अम्बेडकर जी ने पिछड़े वर्ग वंचित एवं अभावग्रस्त वर्ग के लिए सदैव कार्य किया बाबासाहेब आंबेडकर का माना था कि जब तक समाज में छुआछूत और भेदभाव रहेगा तब तक अपना देश भारत विकास के मार्ग पर अग्रसर नहीं हो सकते हैं इसलिए भारत से इस भेदभाव को जाना ही होगा हम इस भेदभाव रूपी विकृति को आजादी के अमृत उत्सव में इसके गंतव्य तक पहुंचाएं और   समता युक्त, समरसता युक्त एवं शिक्षित समाज का निर्माण करें यही बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।

संगोष्ठी का संचालन आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के स्टेट नाॅडल अधिकारी डॉ किशोरी लाल शर्मा ने किया। संगोष्ठी में महाविद्यालय के शिक्षक गण एवं स्नातकोत्तर अध्येता उपस्थित रहे।