सिटी डिस्पेंसरी के डॉ. सुरेश को किया निलंबित, ब्रांडेड दवाइयां लिखने, मर्जी से छुट्टी पर रहने वाले डॉक्टर को किया सस्पेंड
सिटी डिस्पेंसरी के डॉ. सुरेश को किया निलंबित, ब्रांडेड दवाइयां लिखने, मर्जी से छुट्टी पर रहने वाले डॉक्टर को किया सस्पेंड

सिटी डिस्पेंसरी के डॉ. सुरेश को किया निलंबित, ब्रांडेड दवाइयां लिखने, मर्जी से छुट्टी पर रहने वाले डॉक्टर को किया सस्पेंड
बाड़मेर
शहर जूना किराडू मार्ग सिटी डिस्पेंसरी में लापरवाह डॉक्टर को स्वास्थ्य विभाग ने निलंबित कर दिया। सिटी डिस्पेंसरी में डॉक्टर के सरकारी दवाइयां न लिखकर बाहर से ब्रांडेड दवाइयां लिखने सहित अनियमितताओं की शिकायत पर जिला स्तरीय जांच कमेटी ने जांच की। जांच रिपोर्ट में डॉक्टर सुरेश माली की अनियमितता और लापरवाही सामने आई है।
पीएमओ डॉ. बी. एल. मंसूरिया ने कहा कि शिकायतों पर टीम से जांच करवाई थी। इसके बाद सरकार को रिपोर्ट भेजी थी। वहां से डॉक्टर को निलंबित किया गया है। दरअसल, करीब दो माह पहले जिला कलेक्टर को शिकायत मिली थी कि डिस्पेंसरी में कार्यरत डॉक्टर सुरेश माली मरीजों को निशुल्क दवाइयां नहीं दे रहा है। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम से जांच करवाई थी। इसमें कमियां पाई गई थीं।अस्पताल प्रशासन ने भी जांच करवाई जिसमें भी कमियां पाई गई थीं। कुछ दवाइयां स्टोर में होने के बावजूद भी वहां पर उपलब्ध नहीं थीं और कुछ पर्चियों में डिस्पेंसरी में दवाइयां उपलब्ध होने के बावजूद बाहर से मेडिकल से मंगवाई जा रही थीं। इसके बाद डॉक्टर सुरेश माली को वहां से हटाकर जिला अस्पताल लगाया गया था। डॉक्टर सुरेश माली को जिला अस्पताल में लगाने के बाद भी अपनी मर्जी से बिना किसी को सूचना दिए छुट्टी पर रहे।पीएमओ मंसूरिया ने बताया कि सिटी डिस्पेंसरी डॉक्टर की बार-बार शिकायतें मिलने पर अस्पताल स्तर व जिला स्तर पर जांच करवाई थी। जांच में दोषी पाए गए थे। दूसरी जांच में डिस्पेंसरी में सरकारी दवाइयां एक्सपायरी हो गईं और दवाइयों का मैनेजमेंट सही ढंग से नहीं किया जा रहा था। अनियमितता के बाद विभाग को रिपोर्ट भेजी थी। इसके बाद उसे स्वास्थ्य विभाग ने उसे निलंबित कर दिया है। सिटी डिस्पेंसरी में दूसरे डॉक्टर की व्यवस्था कर दी गई है।