राजस्थान जयपुर में राष्ट्रीय राइफल शूटिंग प्रतियोगिता में 600  प्रतिभागियों में 581 अंक प्राप्त कर कर पूरे प्रदेश पुरुष वर्ग में तीसरे स्थान पर रहे गौरव सिकलीगर

गौरव ने किया गांव व समाज का नाम रोशन, परिजन बोले हथियारों से हमारा पुराना संबंध....


     राजस्थान जयपुर में राष्ट्रीय राइफल शूटिंग प्रतियोगिता में 600  प्रतिभागियों में 581 अंक प्राप्त कर कर पूरे प्रदेश पुरुष वर्ग में तीसरा स्थान पर रहे गौरव सिकलीगर...

परिजन बोले पहली बार में ही गत वर्षों से प्रयास कर रहे खिलाड़ियों में व मेडलिस्ट में 600 प्रतिभागियों में 581 अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान प्राप्त करने पर यह हमारे लिए गोल्ड मेडल जैसी विजय तथा गौरव ने समाज के साथ गांव का भी नाम किया रोशन। सिकलीगर समाज से है तो हथियारों से हमारा नाता सदियों पुराना..
  कैसे हुई गन से दोस्ती....
        गांव में खेती बाड़ी होने से जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए घर पर एयरगन होने के कारण उसी से प्रैक्टिस करते थे गौरव सिकलीगर
     अपनी ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद जब गौरव को परिजन बदनोर से जयपुर लेकर गए एयरगन कोचिंग के लिए तब समय सारणी के अनुसार 2:30 पर एयर गन की कोचिंग शुरू होने के कारण सुबह 10:00 से 11:00 के बीच 50 मीटर राइफल शूटिंग की ट्रेनिंग ओपन होने पर उसमें जब हाथ आजमाया तो पहले ही 3 राउंड में गौरव ने अपने कोच का दिल जीत लिया कोच बोले आप इसे यहीं पर ट्रेनिंग के लिए छोड़ दें मैं स्वयं इसको ट्रेनिंग दूंगा.. ट्रेनिंग से जब गौरव गांव में आए तब किराए की घन के साथ प्रतिदिन 40 से 50 कॉटेज प्रैक्टिस करते थे गौरव सिकलीगर उसी का नतीजा है कि प्रतियोगिता में 600 प्रतिभागियों में तीसरा अंक प्राप्त किया यह हमारे गांव के साथ समाज के लिए गोल्ड मेडल जीतने के बराबर परिजन बोले पिता बने गौरव के दोस्त और 35 दिनों तक जयपुर में होने वाली राष्ट्रीय रायफल शूटिंग में हर चुनौतियों मैं सहयोग करते थे पिता चंद्र प्रकाश पवार सिकलीगर।
            गौरव सिकलीगर

  पिता का नाम : चंद्र प्रकाश पवार सिकलीगर

  माता का नाम : गायत्री पवार सिकलीगर

  प्राइमरी स्कूल : आदर्श विद्या मंदिर आर एस एस

  कॉलेज          :   आसींद महाप्रज्ञ कॉलेज

  सब्जेक्ट.       :      कॉमर्स , बी कॉम