उच्च न्यायालय के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए भारत माला प्रोजेक्ट के बहाने हो रहा अंधाधुन अवैध खनन

उच्च न्यायालय के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए भारत माला प्रोजेक्ट के बहाने हो रहा अंधाधुन अवैध खनन

उच्च न्यायालय के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए भारत माला प्रोजेक्ट के बहाने हो रहा अंधाधुन अवैध खनन

उच्च न्यायालय के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए भारत माला प्रोजेक्ट के बहाने हो रहा अंधाधुन अवैध खनन

धुम्बडिया नदी में हो रहा अवैध खनन, बीस से तीस फीट गहराई में जेसीबी मशीनों से खुदाई 


जालोर (बगौड़ा)

बागोड़ा-धुम्बडिया सड़क मार्ग पर भारतमाला सड़क परियोजना में हो रहे सड़क कार्य में बिना अनुमति नदी में अवैध खनन हो रहा है। 
उपखंड मुख्यालय से 4 किमी दूर जवाई नदी में हाईकोर्ट की रोक के बावजूद अवैध रुप से खनन कार्य बेधड़क हो रहा है। स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन, पुलिस व खनन विभाग की उदासीनता के चलते यहा जवाई नदी में सैकड़ों हैक्टेयर भूमि पर ठेकेदारों द्वारा जेसीबी मशीनों से खुदाई कर रेती का खनन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इन अवैध खनन माफियाओं द्वारा नदी में रेती ले जाने के लिए बीस से तीस फीट गहराई में खुदाई की जा रही है। अवैध रुप से रात दिन ले जाई जा रही यह रेती भारतमाला सड़क परियोजना में बन रही सड़क की ऊंचाई बढाने के काम में ली जा रही है जबकि केन्द्र व राज्य सरकार नदियों को आपस में जोड़ने व पानी बहाव क्षेत्र में खड़े बबूलों को हटाने में लाखों रुपए खर्च कर चुकी है और कर रही है। 

एक दिन में करीब दो सो डंपर जाती है रेती, प्रशासन नींद में 

ग्रामीणों का आरोप है कि सुकड़ी व बांडी नदी में कोई अपने मकान में भर्ती के लिए रेती ले जाने में ट्रैक्टर ट्राली लगाते ही प्रशासनिक अधिकारी पकड़ कर ले जाते है और हजारों रुपए जुर्माना वसूला जाता है जबकि यहा नदी में प्रशासन की सह पर खुलेआम दिन रात व्यापक पैमाने पर सैकड़ों डंपर रेती ले जाकर अवैध खनन कर रहे है उन्हें रोकने वाला कोई नही है शायद अधिकारी गहरी नींद में सोए हुए है। 

नदी में अवैध खनन को रोकने की मांग 

धुम्बडिया ग्राम पंचायत क्षेत्र में स्थित सुकड़ी व बांडी नदी में पांच जगहों पर अवैध खनन माफियाओं द्वारा खुदाई कर ट्रकों व डंपरों में ले जा रही रेती को रुकवाने की ग्रामीणों ने कोशिश भी कर दी है मगर अधिकारियों की मेहरबानी के चलते व राजनेतिक एप्रोच की वजह से अवैध खनन नही रुक रहा है।