तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण नहीं करना शर्मनाक, डिजायर नीति सरकार को ले डूबेगी : चौधरी*
It is shameful not to transfer third grade teachers, Desire policy will drown the government: Chaudhary*

*तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण नहीं करना शर्मनाक, डिजायर नीति सरकार को ले डूबेगी : चौधरी*
- राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन से लौटे शिक्षक
बाङमेर : राजस्थान शिक्षक
संघ प्रगतिशील का 60वाँ दो दिवसीय प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन केकङी, अजमेर में आयोजित हुआ।
इस दौरान प्रदेशभर के हजारों शिक्षकों ने भाग लिया। दो दिन चले सम्मेलन में शिक्षक नेताओं ने शिक्षार्थी, शिक्षा और शिक्षकों के हितार्थ मुद्दों पर गहन चिंतन मनन किया।
कर्मचारी महासंघ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष केसरलाल चौधरी एवं प्रगतिशील संघ के संरक्षक सैयद मैहमुद शाह ने कहा कि शिक्षक संगठन किसी सरकार या राजनैतिक पार्टी से बंधा हुआ नहीं है। अपने आत्म सम्मान और हको के लिए संगठन का इतिहास सदैव संघर्षशील रहा।
प्रदेशाध्यक्ष बनाराम चौधरी ने कहा कि वर्तमान सरकार में ब्यूरोक्रेसी हावी है और शिक्षा मंत्री असहाय लग रहें है। तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण सरकार ने एक बार भी नहीं किए है जिससे गंभीर समस्याओं से ग्रसित शिक्षक पीङित है। इसके प्रति सरकार गंभीर नहीं है। जो सरकार के लिए शर्मनाक बात है। शिक्षकों सहित कर्मचारियों के स्थानांतरण डिजायर नीति से किए जा रहें है, जिससे भ्रष्टाचार पनप रहा है। डिजायर नीति सरकार को ले डूबेगी। उन्होंने कहा कि सरकार विद्यालयों में संविदा ठेका प्रथा से शिक्षक भर्ती कर दोगलापन कर रही है। पूर्व में लगे संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए और संविदा भर्ती बंद की जाए। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि सरकार का कार्यकाल कम बचा है संगठन की गति बढानी होगी और शिक्षकों को जिन्दा रखने के लिए अन्तिम समय तक संघर्ष करना होगा। शिक्षक अपना हक लेने के लिए संगठित रहें, चापलूसी नहीं चलेगी। जिससे 21 सूत्रीय मांगों का समय पर निस्तारण हो सके। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने ओपीएस लागू करने का सराहनीय कार्य किया है। लेकिन अन्य ज्वलंत समस्याओ का समाधान नहीं कर शोषण किया जा रहा है जो बर्दाश्त नहीं होगा।
प्रदेश प्रवक्ता भेराराम आर भाकर ने बताया कि सम्मेलन में शिक्षकों में सरकार के प्रति आक्रोश रहा। खुले अधिवेशन में चर्चा कर तृतीय श्रेणी अध्यापकों के स्थानांतरण अविलंब शुरू करने, उपप्रधानाचार्य की 50 फिसदी सीधी भर्ती करने, विभिन्न संवर्ग शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने, कुक कम हेल्पर का मानदेय बढाने सहित 21 सूत्रीय मांग-पत्र राज्य सरकार को भेजने के लिए तैयार किया गया। शिक्षा मंत्री के निर्देशानुसार शिक्षा निदेशक बीकानेर द्वारा मांग-पत्र के सभी बिन्दुओं पर वार्ता कर समाधान करने का कार्य चल रहा है। वार्ता में सकारात्मक निर्णय नहीं होने पर शिक्षकों ने प्रदेशव्यापी आन्दोलन करने का हाथ खङे कर समर्थन का ऐलान किया गया।
बाङमेर जिले से जिलाध्यक्ष चुतराराम सियाग, देरावरसिंह चौधरी, चूनाराम प्रजापत, दमाराम मिडल, रूखमणाराम सियाग, वीरमाराम चौधरी, वसायाखान राजङ के नेतृत्व में 200 शिक्षकों ने शिरकत की और शनिवार शाम को वापस रवाना हुए।