बीएन फार्मेसी के पूर्व छात्रों ने की कॉलेज कैंपस में 11 साल बाद एक दूसरे से मुलाकात, मिलकर अभिभूत हुए, यादे ताज़ा की...

बीएन फार्मेसी के पूर्व छात्रों ने की कॉलेज कैंपस में 11 साल बाद एक दूसरे से मुलाकात, मिलकर अभिभूत हुए, यादे ताज़ा की...

बीएन फार्मेसी के पूर्व छात्रों ने की कॉलेज कैंपस में 11 साल बाद एक दूसरे से मुलाकात, मिलकर अभिभूत हुए, यादे ताज़ा की...

बीएन कॉलेज ऑफ फार्मेसी के 2007-11 बैच के 45 पूर्व छात्र अपनी पुरानी यादें ताजा करने कॉलेज कैंपस पहुंचे, कॉलेज में प्राचार्य डॉ सिध्दराज सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में पूर्व छात्रों का बहुत ही गर्म जोशी से स्वागत किया गया, कार्यक्रम के कॉर्डिनेटर कमल सिंह राठौड़ ने सभी छात्रों के लिए स्टूडेंट टीचर्स इंटरेक्शन के प्रोग्राम का आयोजन किया, जिसमे स्टूडेंट्स ने अपनी पुरानी यादें, किस्से, और अनुभव साझा किए और यादें ताजा की,  औऱ एक दुसरो से मिलकर सुनहरी यादों में खो गए, अभिभूत हो गए। और कॉलेज में हुए संस्मरणों के बारे में बताया, पूर्व छात्रों में प्रमुख रुप से सरकारी अस्पताल में फार्मासिस्ट भगवान माहेश्वरी, राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी लोकेश जोशी और हर्षवर्धन ने अपने अपने विचार भी प्रस्तुत किए, छात्रों ने कॉलेज कैंपस में वृक्षारोपण भी किया, साथ ही कॉलेज स्टाफ ने आगंतुक स्टूडेंट्स को एलुमनी मीट के उपलक्ष में मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र दे के विदा किया। पूर्व छात्रों ने विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट प्रोफ. एन बी सिंह और रजिस्ट्रार परबत सिंह राठौड़ से भेंट की। प्रोफ. सिंह ने संस्थान के लिए उनसे समर्पित रहने का आव्हान किया और कहा कि एलुमनी किसी भी विद्यालय की जीवनरेखा होते है, अकादमीक, शोध, ट्रेनिंग, प्लेसमेंट में उनका बहुत योगदान रहता है। बैच ने भी अपनी तरफ से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उसके बाद पूर्व विद्यार्थियों का दल संस्थान के सचिव डॉ महेन्द्रसिंह आगरिया, प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़ और विद्या प्रचारिणी सभा के अन्य सदस्यों से भी भूपाल नॉबल्स संस्थान के शताब्दी वर्ष में भेंट की, मंत्री परिषद के सभी सदस्यों ने इस बैच को शताब्दी समारोह में शिरकत करने के लिए भी आमंत्रित किया। उनमे  होस्टल चीफ वार्डन राजेंद्र सिंह पिपलांत्री, सदस्य दिलीप सिंह दुदोड़, आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम सभी के लिए एक यादगार, जोश और उमंग से भरपूर रहा। सभी ने समाज, कॉलेज और देश के लिए कुछ करने ली ठानी। फॉर्मेसी के अधिष्ठाता डॉ युवराज सिंह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस बैच के कई पूर्व छात्र सिंगापुर, आस्ट्रेलिया, अमेरिका, इंग्लैंड में तो कई सरकारी नॉकरियों में सेवाएं दे रहे हैं।