बालक के सर्वागिण विकास में माँ का हाथ- शिवप्रसाद*

बालक के सर्वागिण विकास में माँ का हाथ- शिवप्रसाद*

*बालक के सर्वागिण विकास में माँ का हाथ- शिवप्रसाद*


*बायतु:-* विद्याभारती विद्यालय आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक  विद्यालय में शनिवार को  आजादी के अमृत महोत्सव पर मातृ शक्ति संगम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मां भारती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुमन गोदरा, अध्यक्षता भंवरी मेवाड़ा,  व मुख्य वक्ता शिवप्रसाद क्षेत्रिय संगठन मंत्री विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र रहे।प्रधानाचार्य कैलाश कुमार शर्मा  ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। तथा कार्यक्रम में बोर्ड परीक्षा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों को सम्मानित किया गया।इस दौरान मुख्यवक्ता शिवप्रसाद ने कहा कि बालक के सृजन में माँ का सबसे बड़ा हाथ  होता है। शिशु में भगवान विराजित  है। बच्चों को हर कार्य करने के लिए स्वतन्त्रता देनी चाहिए। मां के दिए हुए संस्कार बच्चे में  लम्बे समय तक रहते है। शिवाजी की महानता के पीछे उनकी मां का सबसे बड़ा हाथ है मुख्यअतिथि सुमन गोदारा ने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद में भी भाग लेना चाहिए।अध्यक्षता कर रही भंवरी मेवाड़ा ने कहा कि विद्या भारती के विद्यालय बच्चों में संस्कार देने का कार्य करते है बच्चे की पहली शिक्षिका माँ होती है   माताओ ने भी अपने सुझाव रखे।मंच संचालन टीना गौड़ ने किया। कार्यक्रम का समापन कल्याण मन्त्र के साथ हुआ।इस दौरान जिला पूनमचंद पालीवाल, नरसिंगा राम सुथार, पुखराज माली, धनराज गांधी,रतनलाल राव,दुदाराम, मोटाराम , सहित  मातृ शक्ति उपस्थित रही।