हिंदुत्व के बहाने सनातन धर्म को गाली देकर चल दिए राहुल - देवल जालोर
हिंदुत्व के बहाने सनातन धर्म को गाली देकर चल दिए राहुल - देवल जालोर

हिंदुत्व के बहाने सनातन धर्म को गाली देकर चल दिए राहुल - देवल
जालोर
कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली एक फ्लॉप शो से ज्यादा कुछ नहीं, केवल राहुल गांधी का लॉन्च पैड मात्र
रानीवाड़ा। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं रानीवाड़ा विधायक नारायण सिंह देवल ने कांग्रेस की मंहगाई हटाओ रैली को फ्लॉप शो करार देते हुए कहा कि राहुल गांधी जयपुर आये और हिन्दूओं के सामने ही हिन्दूओं को गाली देकर चले गए। ये रैली नहीं केवल राहुल गांधी को लॉन्च करने का पैड मात्र था। मंच पर कांग्रेस की कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष के होते हुए मुख्य भाषण राहुल गांधी से करवाया गया जबकि वो केवल एक सांसद हैं, परिवारवाद का इससे बड़ा उदाहरण क्या होगा। राहुल गांधी ने सलमान खुर्शीद की किताब में हिन्दूत्व की तुलना बोको हरम से करने को सही ठहराते हुए हिन्दूत्व को कमजोर और कायर कहा। किसानों की कर्जमाफी के बारे में झूंठ बोला, कहा कि हमारी राजस्थान सरकार ने किसानों का कर्जा माफ किया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने उनको गलत जानकारी दी जबकि सच्चाई ये है कि यहाँ के किसानों को बैंकों द्वारा जमीन कुर्की के नोटिस थमाए जा रहे हैं। 2.5 लाख किसान आज भी कर्जमाफी का इन्तजार कर रहे हैं। राजस्थान में पिछले साल और इस साल बाजरे की बम्पर पैदावार हुई है लेकिन राज्य सरकार ने एमएसपी पर एक दाना तक नहीं खरीदा, मंडियों में खरीद केन्द्र तक नहीं खुले फिर किस मुंह से ये कांग्रेसी किसानों की बात करते हैं। राहुल गांधी ने ये नहीं बताया कि वो कौनसी महंगाई हटाने की बात कर रहे थे, राजस्थान में जो मंहगाई है उसकी या कांग्रेस पार्टी जब सत्ता में होती है और भ्रष्टाचार के जरिए जो काली कमाई करती है उसकी ? आज पूरे देश में सबसे महंगी बिजली राजस्थान में मिल रही है, सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल राजस्थान में मिल रहा है। क्या वो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजस्थान में मंहगाई कम करने के लिए कह कर जायेंगे। राहुल गांधी ने रैली की उपयोगिता पर भी प्रश्न चिन्ह लगाया। उन्होंने मंहगाई पर केवल कुछ लाईनें ही बोली जबकि अन्य मुद्दों पर ज्यादा समय बोले। इससे पता चल रहा है कि कांग्रेस पार्टी केवल उनको लॉन्च करने के लिए रैली कर रही थी। राजस्थान में दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहा है, क्या प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की तरह यहां भी दलितों का हालचाल जानने आयेंगी। आज राजस्थान पूरे देश में बलात्कार के मामलों में नम्बर एक पर है, क्या प्रियंका गांधी राजस्थान में महिलाओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार, बलात्कार पर कहेंगी कि लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ। बेरोजगारी के मामले में राजस्थान देश में दूसरे नम्बर पर है। राजस्थान में बेरोजगारी की दर 29 प्रतिशत है, क्या राहुल गांधी राजस्थान के नेताओं को कह कर जायेंगे कि कम से कम राजस्थान के लोगों को तो रोजगार दो। राजस्थान का 15 लाख शिक्षित बेरोजगार युवा बेरोजगारी भत्ते का इंतजार कर रहा है। किसान आज भी 1 से 10 तक की गिनती गिन रहे हैं। किसानों के नाम पर राजनीति करने वाली कांग्रेस दिखावे के लिए कांग्रेस हितैषी बनती है। राहुल गांधी ने कृषि सुधार कानूनों को वापस लिए जाने पर प्रधानमंत्री द्वारा देश से माफी मांगने का मजाक उडाया। जबकि प्रधानमंत्री जी ने किसानों के हित में निर्णय लेकर ही कृषि सुधार कानून बनाये थे और किसानों की मांग पर ही इन कानूनों को वापस लिया है। प्रधानमंत्री जैसा जनसेवक हमेशा किसानों के हित में ही काम करते आये हैं। राहुल गांधी केवल नौटंकी करने आये थे, उनके नौटंकी करने से कुछ नहीं होने वाला। राजस्थान के मुख्यमंत्री हर काम के लिए केन्द्र की तरफ देखने लगते हैं। अगर सभी काम केन्द्र को ही करने हैं तो फिर प्रदेश में आप सत्ता में क्यों बैठे हो। प्रदेश की निकम्मी और नाकारा कांग्रेस सरकार को भी तो कुछ ज्ञान देकर जाते। राहुल गांधी ने प्रेस और मीडिया को भी भाजपा का गुलाम बताकर प्रेस और मीडिया की स्वतंत्रता और ईमानदारी पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा किया है। क्या राहुल गांधी ये कहना चाहते हैं कि पूरे देश का मीडिया और प्रेस भाजपा के हाथों बिक चुकी है। क्या ये लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर राहुल गांधी का हमला नहीं है।