पिंडवाड़ा क्षेत्र के मज़दूरों ने पत्थर गढ़ाई मजदूर सुरक्षा संघ का स्थापना दिवस धूम धाम से मनाया,पत्थर गढ़ाई मज़दूर सुरक्षा संघ ने शिल्पकारों और शिल्पकला के बचाव के लिए किये गए
पिंडवाड़ा क्षेत्र के मज़दूरों ने पत्थर गढ़ाई मजदूर सुरक्षा संघ का स्थापना दिवस धूम धाम से मनाया,पत्थर गढ़ाई मज़दूर सुरक्षा संघ ने शिल्पकारों और शिल्पकला के बचाव के लिए किये गए

सिरोही
पिंडवाड़ा क्षेत्र के मज़दूरों ने पत्थर गढ़ाई मजदूर सुरक्षा संघ का स्थापना दिवस धूम धाम से मनाया,पत्थर गढ़ाई मज़दूर सुरक्षा संघ ने शिल्पकारों और शिल्पकला के बचाव के लिए किये गए
कार्य और सफलता का प्रदर्शन किया गया,पेंशनर भवन में उत्साह पूर्वक मनाया गया कार्यक्रम, इसमेंक्षेत्र के सबसे ज्वलंत मुद्दे पत्थर गढ़ाई और मंदिर निर्माण उद्योग में सिलिकोसिस माहमारी से जुडी परेशानियाँ और संगठन के सफल प्रयासों के बारे में चर्चा की गयी,राजस्थान आदिवासी अधिकार मंच के संयोजक धरमचंद खैर ने पिंडवाड़ा के मज़दूरों को याद दिलाया की चार पाँच साल पहले ही इस क्षेत्रके नौजवान बिना किसी इलाज या मुआवज़े के एक गुमनाम बीमारी से मर रहे थे,संगठन के प्रयासों से ही यहाँ के समुदाय को पता चला की उनके परिवारों,गाँव और इलाकों को जो बीमारी खाई जा रही है,उसका नाम सिलिकोसिस है,संगठन के अध्यक्ष सोहन भाई गरासिया ने बताया की पिछले चार से पांच सालों में संगठनने सरकार के साथ सफल पहल करके स्वास्थ्य जांच,सहायता राशि,पुनर्वास और मज़दूर हक़ के कानूनी कार्य किये,इसके चलते संगठन ने प्रभावित परिवारों को करीब 15 करोड़ की सरकारी योजनाओं से सहायता भी दिलवाई,शिल्पकला और शिल्पकार को सुरक्षित करने के लिए हर कारखाने में धूल नियंत्रण और हर मजदूर कोको ई.एस.आई,प.फ.,वेतन पर्ची और BOCW डायरी मिलनी चाहिए,कार्यक्रम में कृष्णा अवतार शर्मा,लाडूराम लोहार,नरसाराम,मेघवाल,चुन्नीलाल मेघवाल,गोविन्द राम ओड व एकलिंग मेघवाल,मुकेश भूला व अजाराम ठन्डीवेरी आदि उपस्थित थे।