छात्र संघ चुनाव का आगाज 26 अगस्त को होंगे चुनाव। एबीवीपी रही हर बार सफल, एनएसयूआई व अन्य संगठन रहे विफल, एक बार भी नहीं खुला खाता।

छात्र संघ चुनाव का आगाज 26 अगस्त को होंगे चुनाव। एबीवीपी रही हर बार सफल, एनएसयूआई व अन्य संगठन रहे विफल, एक बार भी नहीं खुला खाता।

छात्र संघ चुनाव का आगाज 26 अगस्त को होंगे चुनाव।
एबीवीपी रही हर बार सफल, एनएसयूआई व अन्य संगठन रहे विफल, एक बार भी नहीं खुला खाता।


गुडामालानी - प्रदेश सहित गुडामालानी महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की घोषणा के बाद सरगर्मियां शुरू हो गई । गुडामालानी महाविद्यालय में इतिहास की बात करें तो जब से महाविद्यालय खुला है तब से विद्यार्थी परिषद लगातार जीत रही है एनएसयूआई व अन्य छात्र संगठन का एक बार भी खाता नहीं खुला है । अबकी बार देखा जाए तो एबीवीपी की पकड़ मजबूत मानी जा रही है क्योंकि एबीवीपी ने समय-समय पर छात्र हितों के लिए व छात्रों के साथ मिलकर कहीं आंदोलन करवाए हैं चाहे वो रिक्त प

द को लेकर रीट की सीबीआई जांच को लेकर, परीक्षा के समय अघोषित बिजली का मुद्दा हो समय समय छात्रों के साथ खड़ी रही है रही। कोरोना काल में सबसे ज्यादा प्रभाव छात्रों की शिक्षा पर पड़ा ऐसे में विद्यार्थी परिषद ने परिषद की पाठशाला अभियान भी चलाया । व छात्रों के अन्य समस्या को लेकर अनेक ज्ञापन दिए। एनएसयूआई की बात करे तो उनकी विफलता का  सबसे बड़ा कारण उनकी असक्रियता रही। छात्र चुनाव में ही सक्रिय रहना हैं इसलिए एबीवीपी की स्थिति अबकी बार भी मजबूत मानी जा रही है।

फोटो-मुकेश पटेल प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एबीवीपी

विद्यार्थी परिषद का काम सिर्फ छात्रसंघ में चुनाव जीताना नहीं बल्कि देश के लिए संस्कारित छात्र शक्ति को तैयार करना है। जो भारत देश के लिए कुछ कर सके। विद्यार्थी परिषद 365 दिन सक्रिय रहती हैं । एबीवीपी हमेशा छात्रों के साथ मिलकर महाविद्यालय की समस्याओं को केवल उनके समस्या को ही नहीं देखा बल्कि उनके समाधान का प्रयास किया।वह हर बार सफल रही। मुझे इस बार भी आशा नहीं पूर्ण विश्वास है कि विद्यार्थी परिषद की आवाज को बुलंद करने का  काम छात्र शक्तिकरेंगी और एबीवीपी को जिताएंगे।