विनम्रता के पर्यायवाची लक्ष्य राज सिंह जी मेवाड़ ने गुरु चरणो में बैठ वंदना कर समर्पित की भावांजली

विनम्रता के पर्यायवाची लक्ष्य राज सिंह जी मेवाड़ ने गुरु चरणो में बैठ वंदना कर समर्पित की भावांजली

विनम्रता के पर्यायवाची लक्ष्य राज सिंह जी मेवाड़ ने गुरु चरणो में बैठ वंदना कर समर्पित की भावांजली

विनम्रता के पर्यायवाची लक्ष्य राज सिंह जी मेवाड़ ने गुरु चरणो में बैठ वंदना कर समर्पित की भावांजली

भीलवाड़ा पहुचे मेवाड़ प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप कुलदीपक सपूत लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने फलदार पेड़ की तरह झुक कर जैन आचार्य महाश्रमण के समक्ष वंदना की मेवाड़ ने कहा कि धर्म ओर राष्ट्र की अस्मिता की रक्षा के लिए जिन सपूतों ने शस्त्र उठाए वे वीर हैं और जिन्होंने सर्वहित में शस्त्रों का त्याग किया एवं कराया वे महावीर है। जैन साधुओं एवं अनुयायियों के प्रति पूर्व महाराणाओं सहित महाराणा भूपाल सिंह जी की भांति उनका प्रेम एवं समर्पण से जुड़ना आज सभी सनातनी हिन्दु धर्मावलम्बियों के लिए विनम्रता और संस्कारों के निर्वहन का आदर्श उदाहरण है।