मेवाड़ की पावन धरा उदयपुर में पधारे विश्व प्रसिद्ध संत शिव तांडव स्त्रोत गायक श्री कालीचरण जी महाराज
मेवाड़ की पावन धरा उदयपुर में पधारे विश्व प्रसिद्ध संत शिव तांडव स्त्रोत गायक श्री कालीचरण जी महाराज
मेवाड़ की पावन धरा उदयपुर में पधारे विश्व प्रसिद्ध संत शिव तांडव स्त्रोत गायक श्री कालीचरण जी महाराज
शनिवार रात्रि 8:00 उदयपुर में प्रताप नगर भारत पेट्रोल पंप के सामने आनंद बाग रेस्टोरेंट के बाहर , उनका भव्य स्वागत किया गया। भक्तों ने परमेश्वराज आशुतोष भगवान एकलिंग नाथ एवं काली कल्याण के जय से घोष से संत श्री को अपना प्रेम समर्पित किया।वीरो की वंदना करने अकोला महाराष्ट्र में जन्मे वर्तमान में इंदौर से पधारे सन्त श्री कालीचरण जी महाराज ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए बताया , मेवाड़ के शूरवीरो की शौर्य गाथाओ का वर्णन सर्वत्र विख्यात है , इसी क्रम में जब उन्हें वीर शिरोमणि कल्ला जी राठौड़ के विषय मे उनके मस्तक के धड़ विभक्त होने के बावजूद, जिनका धड़ आतताइयों का सर्वनाश करता रहा तथा 300 km की दूरी भी तय कर पाया शौर्य की ऐसी गाथा जब उन्होंने सुनी तब वे स्वयं को उनके दर्शन के लिए रोक नही पाए।मेवाड़ के युवा गणमान्य सदस्यों, संगठनो ने संतश्री का भव्य स्वागत किया , श्री कल्याण शक्तिपीठ मैया धाम ऋषभदेव से पीठाधीश्वर श्री मान करुणेश्वर जी रावल, युवराज श्री चैतन्य जी रावल महाराज श्री चैतन्य जी रावल एवं श्री धाम से प्रमुख कार्यवाहक श्रीमान कपिल जी सांवरिया सा, जिनके प्रयास से सन्त श्री का उदयपुर में आगमन सम्भव हुआ, के तथा अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा मेवाड़ के तत्वधान में कृष्णा कल्याण संस्थान से माया बहन, मनोज जी चौधरी, पुखराज जी पटेल, विक्रम सिंह चौहान, बजरंग सेना से श्री कमलेंद्र सिंह पंवार ,शिवसेना से देहात प्रभारी श्री भानु प्रताप सिंह कृष्णावत सा.व्योम फाउंडेशन,ओम बन्ना मित्र मंडल से गोपेश जी परिहार व योगेश जी परिहार सुदर्शन एस्ट्रो उपाय से उदयपुर के प्रख्यात ज्योतिष एवं अंक शास्त्री पंडित रवि कुमार सोनी, न्यूजरथ मीडिया के श्री हिमांशु जी परिहार , छात्रसंघ अध्यक्ष एवं राणा प्रताप मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह पवार , देव जी वसीटा आदि मेवाड़ के सभी गणमान्यो एवं विभिन्न संगठनों का प्रतिनिधित्व करते हुए विकासशील स्वप्न संस्थानद डेवलपिंग ड्रीम सोसाइटी NGO के संस्थापक निलेश जैन, सहित उपस्थित सभी मेवाड़ वासियों ने सन्त श्री का पाद प्रक्षालन किया पश्चात उपरणा ओढ़ा कर सभी ने सन्त श्री को प्रतीक चिन्ह भेंट कर भव्य स्वागत किया।संयोजको ने बताया सन्त श्री देवउठनी एकादशी दिनांक 14.11.2021 को पर ऋषभ देव स्थित काली कल्याण धाम पर दर्शन हेतु पधारेंगे दिन में 2.00 बजे तक उनके प्रवास की संभावना रहेगी।