ग्राम पंचायत के अधिकारीयों की भारी लापरवाही
सिरोही (रेवदर):-
3 किलोमीटर पैदल चलकर विधालय जाने के लिए विधार्थीयो को कीचड़ वाले रास्ते से होकर गुजरना मजबूरी।
आखिर कौन सुने इनकी, पंचायत की लापरवाही विधार्थीयो पर भारी।
रेवदर तहसील के ग्राम पंचायत डाक से गोडाना गोलिया के लिए 3 किलोमीटर मुख्य रास्ते में बारिश के दिनों में काफी कीचड़ होने की वजह से ग्रामीणों के साथ साथ विधार्थीयो को विधालय आने के लिए कीचड़ भरे रास्ते से गुजरने की मजबूरी।
ग्राम पंचायत के अधिकारीयों की भारी लापरवाही
से विधार्थीयो को बारिश के समय मे भारी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है।
गोडाना गोलिया में लगभग 150 ज्यादा घरों की आबादी होने के बावजूद भी प्रशासन की आँखे बंद, ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के कारण हर वर्ष इसी प्रकार परेशानीयों का सामना करना पड़ता है,सरपंच को कई बार अवगत करवाने के बावजूद भी कोई समाधान नहीं किया जा रहा है, 2018 में ग्रामीण गौरव पथ के नाम से 1 किलोमीटर का सड़क पास हुआ था, वर्तमान में जानकारी बोर्ड भी उपस्थित है जिसमे साफ साफ बताया जा रहा है कि 37.53 लाख रुपए व्यय किए गए, कार्य पूर्ण की तिथि भी दर्शाई गई है और इसका शिलान्यास विधायक जग्सीराम कोली के द्वारा किया गया।
इनका क्या कहना है:-
बारिश होने की वजह से ग्रेवल नही हुआ, बारिश रुकते ही ग्रेवल करवा देंगे, अधिकारीयों को इस समस्या के बारे में अवगत करवाया है, जल्द ही निस्तारण करेंगे, काफी समस्या है गोडाना जाने का मुख्य मार्ग है विधार्थीयो को भी कीचड़ से काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ता है।
राधा देवी ( सरपंच ग्राम पंचायत डाक)
डाक से गोडाना तक 3 किलोमीटर कच्चा रास्ता है बारिश के समय में हर साल कीचड़ होने से ग्रामीणों व विधार्थीयो को काफी समस्या होती हैं कई बार विधायक व सरपंच को अवगत करवाया, लेकिन प्रशासन नहीं ले रही सुध,अधिकारीयो की वजह से ग्रामीणों व विधार्थीयो को झेलनी पड़ रही परेशानी, ग्रामीण गौरव पथ मे स्वीकृत होने के बावजूद भी नही बन रही सड़क।
दीपाराम देवासी ( उप सरपंच ग्राम पंचायत डाक)
कई बार सरपंच व विधायक को अवगत कराया, लेकिन किसी भी प्रकार का कोई समाधान नही हुआ है यदि प्रशासन रोड ठीक नहीं करवाती हैं तो पंचायत के बाहर धरना दिया जाएगा जिसका जिम्मेदार प्रशासन रहेगा, कीचड़ की वजह से ग्रामीण व विधार्थी परेशान हैं।
अजबाराम देवासी (ग्रामीण गोडाना, डाक)
हर वर्ष बारिश के समय में रोड की कीचड़ भरी स्थिति रहती है विधालय जाते समय कीचड़ युक्त रास्ते से गुजरना पड़ता है, कई बार कीचड़ में गिरने से विधालय नहीं जा सकते,3 किलोमीटर कीचड़ से गुजरने के बाद कपड़े गंदे हो जाते हैं जिसकी वजह से विधालय में बैठने की समस्या होती हैं, हमने परिजनों को भी बताया है इसके बारे में।
विधार्थी (गोडाना,डाक)