बीएन विश्वविद्यालय में जनजातीय गौरव दिवस  का आयोजन और चित्र प्रदर्शनी 

बीएन विश्वविद्यालय में जनजातीय गौरव दिवस  का आयोजन और चित्र प्रदर्शनी 

बीएन विश्वविद्यालय में जनजातीय गौरव दिवस  का आयोजन और चित्र प्रदर्शनी

भूपाल नोबल संस्थान के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज  भूपाल नोबल्स पीजी महाविद्यालय और बीएन  कन्या महाविद्यालय में संचालित दृश्य कला विभाग द्वारा  जनजातीय गौरव दिवस  का आयोजन किया गया और चित्र प्रदर्शनी  का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने जनजाति जीवन पर, उनके नृत्य, आदिवासी वीरों, उनके  जनजीवन पर कुची ऊकेरी और बहुत सुन्दर चित्रों से समॉ बांध दिया।  इस अवसर पर मुख्य अतिथि बीएन वविश्वविद्यालय के वाईस चांसलर  प्रो.एन बी सिंह और विशेष अतिथि रजिस्टार परबत सिंह राठौड़ थे जनजातीय गौरव दिवस पर कलाकृतियों की सराहना की और बीरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डाला। विज्ञान महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ रेणु राठौड़ और कला अधिष्ठाता डॉ देवेंद्र सिंह  ने बताया दृश्य कला  विभाग की सह आचार्य डॉ कंचन राणावत  और डॉ कंचन राठौड़ के  मार्गदर्शन में उत्कृष्ट कला  का  प्रदर्शन देते हुवे लिमडी, दाहोद में अंग्रेजों को धूल चटा देने वाले आदिवासी वीरों के विभिन्न रूपों को दर्शाया गया है और शबरी, एकलव्य, गोविन्द गुरु आदि जनजाति वीरनायको को केनवास पर उतारा। इस अवसर पर  अधिष्ठाता डॉ. रितु तोमर, डॉ आशा अरोड़ा, डॉ संगीता राठौर, डॉ सीमा  नरुका, डॉ जय श्री सिंह, डॉ कमल राठौड़, लेफ्टिनेंट शैलजा राणावत और  इसमें भाग लेने वाले छात्र छात्राएं दीपक साल्वी, चांदनी सोलंकी, सत्यदीप राठौर, दिव्या सुथार, शिवप्रताप सिंह, रौनक झाला, दिव्या व्यास, सुयश शर्मा, ईश्वर औदिच्य, कंचन रावत, जिग्नेश भारती गोस्वामी, दीपक भोई, दिनेश वागरिय, घनश्याम लोहार, बलवीर सिंह राव आदि l कला के अन्य पहलुओं पर भी इस अवसर पर प्रकाश डाला गया. यह जानकारी जन सम्पर्क अधिकारी डॉ कमल सिंह राठौड़ ने दी। बीएन पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों को ट्राइबल रिसर्च इंस्टिट्यूट और लोक कला मण्डल की  सैर करवाई गई और बच्चों को ग्रामीण जनजाति के जीवन की झलकियां दिखाई गई।