रन फॉर जीरो हंगर के तहत् वेदांता ने शुरू किया 20 लाख बच्चों को भोजन
Vedanta started feeding 20 lakh children under Run for Zero Hunger

रन फॉर जीरो हंगर के तहत् वेदांता ने शुरू किया 20 लाख बच्चों को भोजन उपलब्ध कराने का अभियान
बाल दिवस पर जयपुर और वाराणसी के नंद घर से हुआ अभियान का शुभारंभ
14 नवंबर, 2022: बाल दिवस पर, वेदांता ने अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के तहत प्रमुख सामाजिक परियोजना, नंद घर में 20 लाख बच्चों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए भोजन अभियान की शुरूआत की। यह अभियान कंपनी के मिशन रन फॉर जीरो हंगर का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य बच्चों को कुपोषण मुक्त कर यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बच्चा भूखा न सोए।
वेदांता द्वारा 16 अक्टूबर, 2022 को दिल्ली में आयोजित हाफ मैराथन में धावकों द्वारा प्रत्येक किलोमीटर दौडने पर एक पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने का ध्येय किया था। इस अभियान में विश्व के अनेक देशों से 40,000 से अधिक लोगों ने मानवता की भावना से दिल्ली की सड़कों को दौडते हुए इसमें भाग लिया। सभी ने जीरो हंगर को पूर्ण करने के उद्देश्य के लिए 20 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की। 25,000 धावकों के साथ वेदांता के 15,000 कर्मचारियों ने प्रतिष्ठित हाफ मैराथन में भाग लिया।
अभियान की सफलता पर वेदांता लिमिटेड की गैर-कार्यकारी निदेशक प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने कहा, “समुदाय को पुनः लौटाना वेदांता के मूल सिद्धांतो में से एक है। देश में कुपोषण को दूर करने के उद्देश्य से, वेदांता के रन फॉर जीरो हंगर अभियान से लोग एक साथ आगे आए, जहां हर प्रतिभागी ने यह सुनिश्चित करने के लिए दौड़ लगायी जिससे जरूरतमंद बच्चों को पौष्टिक भोजन मिले। मुझे इस उद्देश्य के लिए हमारे साथ जुड़ने वाले लोगों की भारी भागीदारी और 1 मिलियन भोजन के हमारे प्रारंभिक लक्ष्य को पूरा करते हुए अब 2 मिलियन भोजन उपलब्ध कराने पर प्रसन्नता हो रही है। नंद घर में बच्चों को पौष्टिक भोजन की हमारी प्रतिबद्धता एक स्वस्थ भारत के लिए साझा दृष्टिकोण की परिणति है।”
पोषण 2.0 के माध्यम से पोषण संबंधी परिणामों को अधिकतम करने के लिए माननीय प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, यह फीडिंग ड्राइव बच्चों को उनके समग्र विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए सही पोषण सुनिश्चित करने के मौजूदा प्रयासों का पूरक होगा। फीडिंग ड्राइव का पहला चरण उत्तर प्रदेश में वाराणसी, और राजस्थान में जयपुर स्थित नंद घरों से शुरू होगा और पूरे भारत में अन्य नंद घरों में आयोजित होगा।
दिल्ली हाफ मैराथन के साथ वेदांता का कार्य-आधारित जुड़ाव समूह की ईएसजी प्रतिबद्धताओं को पूर्ण करना है। अनिल अग्रवाल फाउंडेशन, वेदांता की समाजोत्थान, समुदायों को सशक्त बनाने, जीवन को बदलने और सतत और समावेशी विकास के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।
वर्षों से, वेदांता द्वारा देश में कई प्रभावशाली सीएसआर कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं और इसे देश में सबसे अधिक सामाजिक रूप से जिम्मेदार कंपनी में से एक माना जाता है। महामारी से राहत कार्यों, बाल कल्याण और शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य देखभाल, कृषि और पशु कल्याण, युवाओं के बाजार से जुड़े कौशल, पर्यावरण संरक्षण और बहाली, सामुदायिक बुनियादी ढांचे के विकास पर मुख्य ध्यान देने के साथ विभिन्न सीएसआर गतिविधियां संचालित कर पिछले वित्तीय वर्ष में, कंपनी ने 399 करोड रूपये का योगदान किया था।
देश के आंगनवाड़ी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की दिशा में काम करने वाली एक मॉडल परियोजना, नंद घर व्यापक रूप से समुदायों में जमीनी स्तर पर काम कर रही है, जिसका लक्ष्य शहरी-ग्रामीण अंतर को सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास सेवाओं के साथ पाटना है। 3700 नंद घर भारत भर के 13 राज्यों में उपस्थिति के साथ परिवर्तन और सतत विकास के प्रवर्तक हैं।
नंद घर में 24 घण्टें बिजली, वाटर प्यूरीफायर, स्वच्छ शौचालय और स्मार्ट टेलीविजन सेट सुनिश्चित करने के लिए सौर पैनलों से युक्त हैं, और स्थानीय समुदायों के लिए एक मॉडल संसाधन केंद्र बन गए हैं। 3-6 वर्ष की आयु के बच्चों को प्री-स्कूल शिक्षा प्रदान की जाती है। बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन और घर ले जाने का राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मोबाइल स्वास्थ्य वैन और टेलीमेडिसिन सेवाओं के माध्यम से प्रदान की जाती हैं, महिलाओं को कौशल और उद्यम विकास के माध्यम से सशक्त बनाया जाता है।