हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद जानें जैसे अडानी को हुआ भारी नुकसान, अब क्या है स्थिति
इसकी स्थापना साल 2017 में नाथन एंडरसन ने की थी। जिसने अडानी समूह द्वारा शेयर्स की हेराफेरी करने को लेकर करीब 32000 पन्नों की एक रिपोर्ट जारी की गई है।

हाल ही में, भारत के अमीर उद्योगपतियों में से एक गौतम अडानी की कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज को लेकर हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट द्वारा चौंकाने वाला दावा किया गया है, आपको बता दें कि हिंडनबर्ग वित्तीय मामलों में शोध करके कंपनी की इक्विटी और क्रेडिट स्तर को लेकर आंकड़े जारी करती है।
इसकी स्थापना साल 2017 में नाथन एंडरसन ने की थी। जिसने अडानी समूह द्वारा शेयर्स की हेराफेरी करने को लेकर करीब 32000 पन्नों की एक रिपोर्ट जारी की गई है।
इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि बीते 3 सालों में शेयर की कीमतें बढ़ने से अडानी समूह के गौतम अडानी की सम्पति 100 अरब से ज्यादा हो चुकी है। इसके अलावा, रिपोर्ट में अडानी समूह पर मनी लांड्रिंग और करप्शन का भी दोष लगाया गया है।
इसके साथ ही अडानी समूह ने बड़े स्तर पर शेयरों को गिरवी रखकर कर्ज लिया है, रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया है। उधर, अडानी समूह के वित्तीय मामलों के अधिकारी ने इस रिपोर्ट को निराधार बताया है, इसके साथ ही अडानी समूह के शेयर में गिरावट आने से हिंडनबर्ग को फायदे होने की बात कहते हुए कानूनी कार्यवाही करने की बात कही है,
लेकिन इस रिपोर्ट के सामने आते ही मानो अडानी ग्रुप पर खतरा मंडराने लगा हो, जिसके बाद अब अडानी ग्रुप के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है, उधर, अडानी का मामला संसद भवन तक पंहुच गया है, जिस वजह से विपक्षी पार्टियां ने अडानी समूह पर जांच बैठाने की बात कही है। जबकि, अडानी समूह में जिन निवेशकों का पैसा डूबा है, उनको लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। जबकि अडानी ग्रुप के समर्थन में कई एक समूह सामने आकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को एक साजिश और गौतम अडानी को फंसाने की बात कर रहे हैं।