भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय की संघटक इकाई भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शताब्दी वर्ष की श्रृंखला में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया
कार्यक्रम संयोजक डॉ चंद्ररेखा शर्मा ने बताया कि विश्व हिंदी दिवस के आयोजन में विद्यार्थियों ने अधिक संख्या में पूर्ण उत्साह से भाग लेकर अपनी मातृभाषा के प्रति सम्मान प्रकट किया

भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय की संघटक इकाई भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शताब्दी वर्ष की श्रृंखला में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ चंद्ररेखा शर्मा ने बताया कि विश्व हिंदी दिवस के आयोजन में विद्यार्थियों ने अधिक संख्या में पूर्ण उत्साह से भाग लेकर अपनी मातृभाषा के प्रति सम्मान प्रकट किया। इस अवसर पर अधिष्ठाता डॉ. रेणु राठौड़ ने अपने संबोधन में विश्व स्तर पर हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार के लिए जागरूकता उत्पन्न करने एवं हिंदी का जो संघर्ष राष्ट्रीय भाषा बनने के लिए अभी तक चल रहा है उसे और बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। हिंदी को संयुक्त राष्ट्र संघ में अधिकारिक भाषा के रूप में स्थापित करने हेतु विश्व स्तर पर प्रयास हेतु विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता हैं। विश्व में हिन्दी का विकास करने और एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर इसे प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शुरुआत की गई। प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था। इसीलिए इस दिन को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर छात्रों द्वारा प्रस्तुत हिंदी कविताओं में अक्षय यादव की कविता विशेष रुप से उल्लेखनीय रही ।कार्यक्रम में सहअधिष्ठाता डॉ.रितु तोमर, डॉ संगीता राठौर, डॉ. रजनी अरोड़ा, डॉक्टर प्रीति मेहता भी उपस्थित रहे।