दुकान में मजदूरी करने वाले नौकर ने रची लूट की साजिश, वारदात में हुआ नाकाम

दुकान में मजदूरी करने वाले नौकर ने रची लूट की साजिश, वारदात में हुआ नाकाम

भीनमाल 

प्रकरण में प्रार्थी थानमल माली की दुकान पर मजदुरी करने वाला श्रवण कुमार पुत्र रमेश कुमार माली ने अपने मित्र विक्रम पुरोहित उर्फ जितेन्द्र कुमार को बताया कि मेरा सेठ थानमल पूरे दिन के व्यापार के रूपये शाम को दुकान से अपने घर ले जाता है एवं सुबह वह अपने घर से वो रूपये बैंक में जमा करवाने हेतु लेकर जाता है, जिस पर दोनों ने मिलकर थानमल से रूपये लूटने की योजना बनाई, विक्रम पुरोहित उर्फ जितेन्द्र कुमार ने अपने दोस्त ओमाराम देवासी को यह बात बताई, ओमाराम ने अपने रिश्तेदार भंवरलाल देवासी को वारदात करने हेतु बुलाया व चारों ने मिलकर आपस में थानमल को लूटने की योजना बनाई, जिस पर योजनानुसार आज सुबह विक्रम पुरोहित अपनी मोटर साईकिल लेकर अपने मित्र ओमाराम देवासी व भंवरलाल देवासी को बिठाकर श्रवण कुमार माली के कहेनुसार व अपने सेठ की वर्तमान स्थिति को बतायेनुसार लूटने का प्रयास किया गया, मगर परिवादी के चश्मा लगा होने से मिर्चे आंखों में नहीं जाने के कारण व उसके द्वारा हल्ला मचाने पर बच्चों के हल्ला मचाने एवं पडौसी के आने से लूट की वारदात को अंजाम नहीं दे सके