एक तरफा प्यार में सिरफिरे आशिक ने उठाया खोफनाक कदम खून से लबा लब लाश पर लगभग सवा घंटे तक सौता रहा

एक तरफा प्यार में सिरफिरे आशिक ने उठाया खोफनाक कदम खून से लबा लब लाश पर लगभग सवा घंटे तक सौता रहा

एक तरफा प्यार में सिरफिरे आशिक ने उठाया खोफनाक कदम खून से लबा लब लाश पर लगभग सवा घंटे तक सौता रहा

एक तरफा प्यार में सिरफिरे आशिक ने उठाया खोफनाक कदम खून से लबा लब लाश पर लगभग सवा घंटे तक सौता रहा


मानवता हुई फिर शर्मसार नरेगा पर काम करने आई विवाहित महिला पर सिरफिरे युवक ने किया खुट से हमला महिला की मौके पर मौत ,50 से 60  महिला श्रमिक मजदूर होने के बावजूद आगे आई सिर्फ तीन महिला विवाहिता को बचा पाती उससे पहले सिरफिरे ने कर दी हत्या|मनरेगा महिला श्रमिक की एक युवक ने कुल्हाड़ी मार हत्या कर दी, आरोपी गिरफ्तार|


-आहोर थाना क्षेत्र के थांवला गांव का मामला
-महिला का पति देशावर में करता है व्यवसाय, आरोपी महिला पर रखता था गलत नजर
जालोर के आहोर में इंसानियत शर्मसार साइको आशिक के सामने समाज का सरेंडर, महिला की कुल्हाड़ी हत्या कर, सवा घंटे शव पर सोता रहा दरिंदा,लेकिन मौके पर मौजूद 53 मनरेगा मजदूर लाश जैसे बने रहे मौन, एकतरफा चाहत में हैवान बने दिनेश ने की
महिला की निर्मम हत्या, घटना के बाद मौके पर गांव वाले भी पहुंचे लेकिन सब बने रहे मूक, सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार, दो बच्चों की मां शांति का मनरेगा की मजदूरी में कल था पहला दिन|
 

जालोर

जालोर जिले के आहोर थाना क्षेत्र अंतर्गत थांवला गांव में रविवार सुबह मनरेगा कार्य कर रही एक महिला श्रमिक की एक युवक ने कुल्हाड़ी मार कर हत्या कर दी। आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। आरोपी की इस महिला के प्रति काफी दिनों से गलत नजर थी। रविवार मनरेगा स्थल पर काम करते समय आरोपी वहां पहुंचा और महिला की हत्या कर दी। पुलिस को दी रिपोर्ट के मुताबिक थांवला निवासी गोमाराम पुत्र नाथूराम चौधरी ने बताया कि थांवला गांव में जोजावर नाडी में मनरेगा का कार्य चल रहा है, जिसमें रविवार 24 अक्टूबर को उसके छोटे भाई शांतिलाल चौधरी की पत्नी श्रीमती शांतिदेवी मनरेगा काम करने के लिए गई थी। दिन में करीब 11:30 बजे शांति देवी मनरेगा का काम कर रही थी, वहां पर उस समय 50-60 और भी श्रमिक काम कर रहे थे, उस दौरान थांवला निवासी गणेश पुत्र थानाराम मीणा वहां पर कुल्हाड़ी और एक कूट (धारदार हथियार) लेकर आया तथा काम करती हुई शांति देवी के पास में गया और जोर-जोर से कूट घुमाते हुए चिल्लाया कि आज तेरे को जान से मार कर ही रहूंगा, फिर उसने जान से मारने की नियत से शांति देवी के कंधे, गर्दन व शरीर पर जगह-जगह वार किए। जिससे शांतिदेवी गिर पड़ी, उसकी गर्दन टूट गई थी।  नीचे गिरी हुई पर भी वार किए। उस समय नगीबाई पत्नी कस्तूराराम चौधरी थांवला व तुलसीबाई पत्नी जवानराम चौधरी और जवानाराम पुत्र कस्तूराराम चौधरी निवासी थांवला आवाज सुनकर छुड़ाने के लिए बीच में पड़े तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की की। उसके बाद शांति देवी की मौके पर ही गंभीर चोटों की वजह से मौत हो गई थी। जिस पर आरोपी गणेश मीणा शांति देवी के मृत शरीर पर ही सो गया। जवानाराम ने उनको यह घटना बताई, तब वो मौके पर पहुंचा।कई दिनों से कर रहा था पीछा रिपोर्ट में बताया कि गणेश मीणा उसके छोटे भाई की पत्नी शांतिदेवी का गलत नियत से कई दिनों से पीछा कर रहा था। गलत हरकतें कर रहा था, जिसकी जानकारी उसके पति ने उसे दी थी, उन्होंने गणेश मीणा से समझाइश भी की थी पर वह नहीं माना और आखिरकार उसने  हत्या कर दी।आरोपी को हिरासत में लिया घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर भीड़ एकत्रित हो गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुकृति उज्जैनिया, वृताधिकारी हिम्मत चारण, कांग्रेस नेता सवाराम पटेल समेत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया है।