लगभग 640 पुर्व आईड़ाणा ठाकुर राव (राणा)रतन सिंह परिहार द्वारा निर्मित प्राचीन तिर्थ स्थल कोटेश्वर महादेव मंदिर पर महाशिवरात्रि धुमधाम से मनाई
हर साल की तरह इस साल भी महाशिवरात्रि पर्व को ग्रामीणों द्वारा विशेष आयोजन किये गये। वहीं महिदेव मंदिर के आसपास क्षैत्रो से गुजरते हुए सम्पूर्ण टीकर गांव से प्रारंभ होकर बस स्टैंड होते हुए कोटेश्वर महादेव जी मंदिर तक वरघोड़ा निकाला गया।शिव भक्त डीजे की धुन पर नाचते झूमते हर हर महादेव के जयकारा के साथ कोटेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे

राजसमंद /जिले के आमेट उपखंड क्षेत्र के पुर्व आईड़ाणा ठाकुर राव (राणा) रतन सिंह परिहार जागीर क्षैत्र टिकर में लगभग 640 वर्ष पुर्व निर्मित त्रिवेणी संगम पर स्थित प्राचीन तीर्थ स्थल श्री कोटेश्वर महादेव जी मंदिर प्रांगण में महाशिवरात्रि बड़े ही धूमधाम से मनाई गई।
हर साल की तरह इस साल भी महाशिवरात्रि पर्व को ग्रामीणों द्वारा विशेष आयोजन किये गये। वहीं महिदेव मंदिर के आसपास क्षैत्रो से गुजरते हुए सम्पूर्ण टीकर गांव से प्रारंभ होकर बस स्टैंड होते हुए कोटेश्वर महादेव जी मंदिर तक वरघोड़ा निकाला गया।शिव भक्त डीजे की धुन पर नाचते झूमते हर हर महादेव के जयकारा के साथ कोटेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे ओर महा आरती के दर्शन का लाभ लिया समाजसेवी गोपाल सोनेरिया ने बताया की लोक कलाकार मुरलीधर ओर सुभाष शर्मा व कुशाल शर्मा द्वारा एक से एक बढ़कर महादेव जी के भजनो की प्रस्तुति दी गई ।
कोटेश्वर महादेव को फूलों का सिंगार किया गया ओर पूरे मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया। पुर्व आईड़ाणा ठाकुर राव (राणा) रतन सिंह परिहार को महाराणा श्री जी हुजुर मोकल सिंह मेवाड़ ने 1432 में प्रथम पांच गांव जागीर आईड़ाणा, सियाणा, विजणवा,टिकर,झांझर आदी प्रदान कि गई । उसके उपरांत लगभग 640 वर्ष पुर्व कोटेश्वर महादेव मंदिर उन्होंने निर्मित करवाया जो सारेसा परिहार राजवंश के बहिवंचिचा के पास पोथीयों में दर्ज है ।