उदयपुर में स्थित है महाकाल का चमत्कारी मंदिर, जहां हर पल शिवलिंग बदलता है रंग

आज महाशिवरात्रि का पावन पर्व संपूर्ण देशवासियों द्वारा मनाया जा रहा है। ऐसे में उदयपुर के महाकालेश्वर मंदिर के बारे में जानना भी आपके लिए बेहद आवश्यक है। उदयपुर में महाकाल का यह मंदिर फतह सागर के पास झील के किनारे बना हुआ है। जिसको बनाने में पूर्ण रूप से सफेद संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है।

उदयपुर में स्थित है महाकाल का चमत्कारी मंदिर, जहां हर पल शिवलिंग बदलता है रंग
उदयपुर में स्थित है महाकाल का चमत्कारी मंदिर

उदयपुर: आज महाशिवरात्रि का पावन पर्व संपूर्ण देशवासियों द्वारा मनाया जा रहा है। ऐसे में उदयपुर के महाकालेश्वर मंदिर के बारे में जानना भी आपके लिए बेहद आवश्यक है। उदयपुर में महाकाल का यह मंदिर फतह सागर के पास झील के किनारे बना हुआ है। जिसको बनाने में पूर्ण रूप से सफेद संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है।

जिसकी स्थापना आज से करीब 900 साल पहले हुई थी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार उदयपुर स्थित बाबा शिव के इस मंदिर में स्वयं भगवान शिव शंभू प्रकट हुए थे। इस मंदिर की मुख्य विशेषता यह है कि यहां पर सुबह, दोपहर, शाम और रात्रि चारों ही समय पर शिवलिंग का रूप अलग-अलग होता है।

यानि महाकालेश्वर मंदिर में मौजूद भगवान शिव अपने भक्तों को अलग-अलग अवतार में दर्शन देते हैं। जहां प्रातः काल की समय इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग का रंग सफेद होता है, तो वहीं दोपहर के समय शिवलिंग का रंग गहरा हो जाता है। शाम के समय शिवलिंग कारण पूर्ण महाकाल के रंग पर होता है।

महाशिवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में काफी भीड़ इकट्ठी होती है। जिस तरह से उज्जैन का महाकाल मंदिर समय की गणना का आधार माना जाता है। उसी तरह से उदयपुर स्थित महाकाल इस मंदिर में भी समय और मेवाड़ पंचाग निर्धारित किया जाता था। धार्मिक स्रोतों के मुताबिक इस मंदिर में आकर भगवान शिव के अनन्य भक्त गुरु गोरखनाथ ने पूजा-अर्चना की थी।

इसके अलावा उदयपुर में भगवान शिव का एकलिंग मंदिर भी मौजूद है, जहां काले पत्थर के पंचमुखी शिवलिंग मौजूद हैं। उदयपुर स्थित महाकालेश्वर मंदिर में रुद्राभिषेक के दौरान की जाने वाली आरती उसके मुख्य आकर्षणों में से एक है। जिसे देखने दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं।