धूमधाम से आयोजित होंगे नव संवत्सर 2082 के कार्यक्रम

अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति द्वारा आयोजित सर्व समाजों, संगठनों की बैठक सम्पन्न महिलाओं के लिये होगा म्हारी घूमर का भव्य आयोजन विक्रमादित्य और भारतीय पंचांग पर डाॅ. कुमावत द्वारा प्रजेन्टेशन

धूमधाम से आयोजित होंगे नव संवत्सर 2082 के कार्यक्रम

उदयपुर 01 मार्च। अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति द्वारा आज सर्व समाज, संगठनों की बैठक अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति के राश्ट्रीय सचिव डाॅ. प्रदीप कुमावत की अध्यक्षता में महर्शि व्यास सभागार, आलोक संस्थान, हिरण मगरी में आयोजित हुई। बैठक में सर्व समाज, संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर अपने सुझाव दिये।
इस अवसर पर अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति के राश्ट्रीय सचिव डाॅ. प्रदीप कुमावत ने विक्रमादित्य और भारतीय पंचाग पर प्रजेन्टेषन के माध्यम से बोलते हुये कहा कि महाराजा विक्रमादित्य ने अपने पराक्रम से न सिर्फ सम्पूर्ण भारत में वरन् पूरे विष्व में अपने पराक्रम से विदेषी आक्रमणकारियों को परास्त कर इस भारत वर्श की रक्षा की तथा अपने नाम से संवत चलाया। 
डाॅ. कुमावत ने कहा कि प्रभु श्री राम जन्म स्थान की खोज सर्व प्रथम महाराजा विक्रमादित्य ने की थी और उस स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण करवाया था। बाद में आक्रांताओं ने ध्वंस कर दिया था।

अयोध्या में मंदिर निर्माण हेतु खुदाई में विक्रमादित्यकालीन मंदिर के अवषेश प्राप्त हुए है।  अरब और रोम जैसी विदेषी धरती पर अपनी विजय का परचम फहराया। उन्होंने कहा कि जब सृश्टि पर विभिन्न प्रकार के संकट आए तो इन्द्र के नेतृत्व में सभी देवता कैलाश पधारे। सभी देवताओं ने शिव से निवेदन किया कि किसी जननायक को धरती पर भेजे। महेन्द्रादित्य ने भी पुत्र प्राप्ति के लिये महान यज्ञ का आयोजन किया। शिव जी ने पार्वती की गोद में बैठे गणेश जी को बुलाया और कहा गणपति माल्यवन्त जाओ मनुश्य रूप धारण करा और महेन्द्रादित्य के यहां जन्म लेकर पृथ्वी की रक्षा करो । अतः विक्रमादित्य भगवान गणेष के अवतार है।

डॉ कुमावत ने बताया कि नवसम्वत्सर कार्यक्रमों के अन्तर्गत महिलाओं के लिये म्हारी घूमर का भव्य आयोजन होगा।
इस अवसर पर नवसम्वत्सर फिल्म अतीत के झरोखे का प्रीमियर भी किया गया।

इस अवसर पर चंद्र गुप्त सिंह चौहान, मनोज कुमावत, कमलेंद्र सिंह पवार, कृष्ण कांत कुमावत,  जय राज आचार्य, नारायण पालीवाल, सुरेश कटारिया, नारायण सिंह सिसोदिया, शिव सिंह सोलंकी, संजीव भारद्वाज, मनीष तिवारी, किशन वाधवानी, निश्चय कुमावत, प्रतीक कुमावत, यश्वर्धन राणावत, यशवंत पालीवाल, गोपाल कनेरिया दिनेश मकवाना सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे।

विप्र सेना, बजरंग सेना मेवाड, पारिख समाज, पानेरी मेनारिया, रक्त दाता वाहिनी, विप्र फाउंडेशन, बड़ा नागदा, व्यापारी संघ, चंद्र विजय संस्थान, मेवाड शक्ति कल्याण ट्रस्ट, आचार्य समाज, यंग, भारत विकास परिषद, कायस्थ समाज, अखिल भारतीय ब्राह्मं परिषद, आदि गोड, उतराखंड परिषद, सिंधी समाज, जैन समाज, आदिनाथ जैन महिला मंच, धर्मोत्सव समिति, तंबोलि समाज, कुमावत समाज, सिख समाज, गोस्वामी, भारतीय सिंधु सभा, विहिप, मीरा प्रकाश वर्मा फाउंडेशन, हिंदू राज, नागर, कसेरा, जांगिड़, त्रिवेदी, पुरबिया सहित विभिन्न समाजों, संगठनो के पदाधिकारी उपस्थित थे! इस अवसर पर बेनर का लोकार्पण भी किया गया! 
स्वागत उद्बोधन कृष्ण कांत कुमावत ने दिया ! मंच संचालन शशांक टाँक ने किया! धन्यवाद निश्चय कुमावत ने दिया!