शोध और ज्ञान भविष्य की सबसे बड़ी संपदा: नितिन गडकरी। नागपुर में 72वीं इंडियन फार्मास्यूटिकल कांग्रेस संपन्न हुई।
शोध और ज्ञान भविष्य की सबसे बड़ी संपदा: नितिन गडकरी। नागपुर में 72वीं इंडियन फार्मास्यूटिकल कांग्रेस संपन्न हुई।

शोध और ज्ञान भविष्य की सबसे बड़ी संपदा: नितिन गडकरी।
नागपुर में 72वीं इंडियन फार्मास्यूटिकल कांग्रेस संपन्न हुई।
राष्ट्रीय संत तुकड़ो जी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी, डिपार्टमेंट ऑफ़ फार्मेसी में तीन दिवसीय (20-22 जनवरी) 72 वीं इंडियन फार्मास्यूटिकल कांग्रेस केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में उद्घाटन हुआ
तथा उपमुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में संपन्न हुई। इस का थीम -'एक्सिस टू क्वालिटी एंड अफोर्डेबल मेडिकल प्रोडक्ट' था। इसमें देश विदेशों से करीब 10,000 से अधिक फार्मेसिस्ट, शिक्षक, विद्यार्थि, उद्यमी आदि उपस्थित हुए। इस में 2000 से ज्यादा पोस्टर प्रस्तुत किए गए और 100 से अधिक शैक्षणिक शोध प्रस्तुत सत्र हुए।
इसमें फार्मा कंपनियों द्वारा एक्सपो भी आयोजित किया गया इस मशीनों, उत्पादों, रो मटेरियल आदि की प्रस्तुति की गई। भूपाल नोबल्स कॉलेज फार्मेसी, बी एन विश्वविद्यालय से डॉ कमल सिंह राठौड़ एडवाइजरी मेंबर के रूप में शामिल हुए और शोध पत्र वीक्षक का काम भी किया। डॉ जितेंद्र सिंह राजावत, मनय बाबेल नमन अग्रवाल,आदित्य जैन ने भी इसमें भाग लिया।
इस कांफ्रेंस में कई रेजोल्यूशन पास किए गए, फार्मेसिस्ट को ट्रेनिंग बाद वैक्सीनेटर बनाया जाएगा इस पर मुहर लगी। शेड्यूल के में परिवर्तन हो, सेक्शन 42 फार्मेसी एक्ट का पालन किया जाएगा, फार्मेसी प्रैक्टिस रेगुलेशन 2015 को शीघ्र लागू किया जाएगा, जहां भी दवा हो वहां फार्मासिस्ट का इंवॉल्वमेंट आवश्यक हो, फार्मेसी सर्विस और ट्रेनिंग स्कीम को शुरू किया जाए, फार्मासिस्ट का केडर तुरंत बनाया जाए और ग्रामीण और शहरी इलाकों में फार्मासिस्ट का काम और संख्या बढ़ाई जाए।
इसमें इंटरनेशनल फार्मेसी फेडरेशन, चेयरमैन डॉक्टर डोमिनिक जॉर्डन ने भी भाग लिया उन्होंने फार्मेसी शिक्षा, प्रैक्टिस, वर्क फोर्स और विज्ञान इन चारों के समन्वय की पुरजोर मांग की। उन्होंने मांग की कि दवा सबके लिए दवा सुलभ होनी चाहिए अभी भी दुनिया के 2 अरब लोग को दवाओं से वंचित हैं। श्री नितिन गडकरी ने कहा कि फार्मा इंडस्ट्री में एंप्लॉयमेंट जनरेट करने की बहुत क्षमता है, एडवांस लॉजिस्टिक फैसिलिटी बढ़ने पर ट्रांसपोर्टेशन कम हो जाएगा और भारत विश्व में दवाई के क्षेत्र में सिरमौर बनेगा।
भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल डॉ वेणुगोपाल सोमानी ने कहा कि हमें प्रोडक्ट से सर्विस बेस्ट मॉडल पर फोकस करना होगा। पद्मभूषण डॉ कृष्णा ईल्ला कोवैक्सिन के निर्माता और भारत बायोटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया कि जीन थेरेपी एक नई क्रांति है। फार्मा शोध व इन्नोवेशन के लिए इंसेंटिव स्कीम शुरू हो। नैनोमेडिसिन के भारत में प्रणेता देवराज रामभाऊ ने नैनोमेडिसिन को दवाइयों का भविष्य बताया।
भारत का फार्मा में तीसरा स्थान है और 152 देशों में दबा निर्यात का काम किया जाता है। ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के चेयरमैन जगन्नाथ शिंदे, ऐसीजी के हेड अजीत सिंह, अभिमन्यु काले, इंडियन फार्मास्यूटिकल कौंसिल एसोसिएशन के सचिव टीवी नारायणा, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट मोंटू पटेल, एल ओ सी चेयरमैन अतुल मांडलेकर, कोर्डिनेटर डॉक्टर चंद्रशेखर गोडफोड़े, ऑर्गेनिक ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ मिलिंद उमेकर, डॉ प्रकाश इटंकर, प्रमोद खेडेकर आदि उपस्थित थे।
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मिहान, नागपुर में फार्मा इंडस्ट्री के अच्छे आसार हैं देश के मध्य में होने से और जल जमीन और कनेक्टिविटी भरपूर होने से नागपुर फार्मा हब के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा हरसंभव भरपूर मदद की जाएगी। इसमें भाग लेने वाली कंपनियां फाइजर इंडिया, ब्लू क्रॉस, एसीजी,औरबीक्यूल, भारत बायोटेक, भारत सीरम व वैक्सीन, होरीबा, पल्स फार्मा, माइलन, इंडोको रेमेडीज, नीतिका फार्मास्यूटिकल्स, कैडिला, जिम लैब, गलगोटिया एजुकेशन, जीनुओ बाओटेक के प्रतिनिधियों से नितिन गडकरी ने मुलाकात की।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भारत फार्मेसी ऑफ द वर्ड है, कोरोना के समय 38 करोड़ डोज़ 102 देशों में भेजा और इसमें फार्मासिस्ट का सबसे बड़ा योगदान रहा। फार्मेसी ने हर रोग का इलाज निकाला है, नई नई तकनीक से मानव सेवा की मिसाल कायम की है। डॉ नारायणा ने कहा कि आज भारत में सबसे सस्ती दवाएं बनाई जाती है, दवाइयों कीमत और कम की जा सकती है जरूरत है
विदेशों से होने वाले आयात को कम करने की। यदि इन्हें भारत में हम विकसित करें तो आम आदमी को कम कीमत में दवा मिल सकती हैं। जेनेरिक दवाओं का प्रसार- प्रचार भी जरूरी है, जेनेरिक दवाएं ब्रांडेड दवाओं से 60 से 70% सस्ती होती है लोगों में इसका प्रचार प्रसार किया जाय तो हमारा देश 2030 तक फार्मा मार्केट में सिरमौर बन जाएगा।
फार्मा एक्सपो में उद्यमियों ने अपने नवीनतम उत्पादों, प्रौद्योगिकियों और सेवाओं का प्रदर्शन किया। इसके अलावा चिकित्सा उपकरण, फार्मा मशीनरी, प्रयोगशाला उपकरण, फार्मास्यूटिकल उत्पाद, पुस्तकें और पत्रिकाएं भी पेश किए गए। मशहूर गायक नितिन मुकेश और जावेद अली ने भी इसमें प्रस्तुतियां दी।