विज्ञान एवं सांस्कृतिक मूल्यों का सामंजस्य ही वर्तमान परिप्रेक्ष्य में व्यक्ति को सफलता की ओर अग्रसर करता है...अनंत गणेश त्रिवेदी
विज्ञान एवं सांस्कृतिक मूल्यों का सामंजस्य ही वर्तमान परिप्रेक्ष्य में व्यक्ति को सफलता की ओर अग्रसर करता है...अनंत गणेश त्रिवेदी

विज्ञान एवं सांस्कृतिक मूल्यों का सामंजस्य ही वर्तमान परिप्रेक्ष्य में व्यक्ति को सफलता की ओर अग्रसर करता है...अनंत गणेश त्रिवेदी
राव बहादुर ठाकुर राजसिंह बेदला अखिल राजस्थान हिंदी वाद विवाद प्रतियोगिता में भूपाल नोबल्स कन्या महाविद्यालयको चल वैजयंती
भूपाल नोबल्स संस्थान के शताब्दी महोत्सव की श्रृंखला में भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राव बहादुर ठाकुर राजसिंह बेदला अखिल राजस्थान हिंदी वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष शांति पीठ के श्री अनंत गणेश त्रिवेदी, भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट प्रो. एन बी सिंह, एवं कुलसचिव श्री परबत सिंह राठौड़ ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रतिभागियों एवं श्रोताओं को संबोधित करते हुए श्री अनंत गणेश त्रिवेदी जी ने कहा कि विज्ञान और सांस्कृतिक मूल्यों को साथ लेकर तथा दोनों में सामंजस्य स्थापित कर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है
एवं वर्तमान में संस्कार ही भावी पीढ़ी को उन्नति की ओर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस अवसर पर अध्यक्ष प्रो.एन बी सिंह ने वर्तमान संदर्भ में प्रतियोगिताओं के आयोजन की भूमिका और उनकी आवश्यकता पर बल प्रदान करते हुए विद्यार्थियों से अधिक संख्या में बढ़-चढ़कर भाग लेने को कहा।
अधिष्ठाता डॉ. रेनू राठौड़ ने राव बहादुर ठाकुर राज सिंह जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए भूपाल नोबल संस्थान को प्रदत उनके उल्लेखनीय योगदान के बारे में बताया। कार्यक्रम संयोजक डॉ.चंद्र रेखा शर्मा ने बताया कि प्रथम स्थान पर निर्लिप्त सिंह ,द्वितीय स्थान पर हनुमंत सिंह तथा तृतीय स्थान पर श्रुति जैन रही।चल वैजयंती के रूप में रजत मयूर भूपाल नोबल्स कन्या महाविद्यालय को प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में वाणिज्य संकाय अधिष्ठाता डॉ राजेंद्र सिंह शक्तावत ,जनसंपर्क अधिकारी डॉ.कमल सिंह राठौड़ भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ.मनीषा शेखावत द्वारा किया गया ।