विद्यार्थी समय के अनुरूप अपनी क्षमताओं में समुचित वृद्धि करें और लक्ष्य निर्धारित करते हुए आगे बढ़े : श्री अनिल व्यास

भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ़ फार्मेसी के डीन डॉ युवराज सिंह सारंगदेवोत ने बताया कि बीएन कॉलेज ऑफ फार्मेसी और बी एन आईपीएस के संयुक्त तत्वावधान में आज बीएन सेमिनार हॉल में मैडनेक्स्ट बायोटेक लिमिटेड के डायरेक्टर श्री अनिल व्यास ने फार्मेसी के विद्यार्थियों

विद्यार्थी समय के अनुरूप अपनी क्षमताओं में समुचित वृद्धि करें और लक्ष्य निर्धारित करते हुए आगे बढ़े : श्री अनिल व्यास
विद्यार्थी समय के अनुरूप अपनी क्षमताओं में समुचित वृद्धि करें और लक्ष्य निर्धारित करते हुए आगे बढ़े : श्री अनिल व्यास

विद्यार्थी समय के अनुरूप अपनी क्षमताओं में समुचित वृद्धि करें और लक्ष्य निर्धारित करते हुए आगे बढ़े : श्री अनिल व्यास 

उदयपुर  25 अप्रैल। भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ़ फार्मेसी के डीन डॉ युवराज सिंह सारंगदेवोत ने बताया कि बीएन कॉलेज ऑफ फार्मेसी और बी एन आईपीएस के संयुक्त तत्वावधान में आज बीएन सेमिनार हॉल में मैडनेक्स्ट बायोटेक लिमिटेड के डायरेक्टर श्री अनिल व्यास ने फार्मेसी के विद्यार्थियों को आज के समय इंडस्ट्री में किस तरह की नौकरियों के लिए अपने आपको उपयुक्त बनाया जाए के बारे में विभिन्न गुर सिखाए उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को एंटरप्रेन्योर रिसोर्स प्लानिंग, प्रोग्रामिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मार्केटिंग जैसे विषयों पर अपनी पकड़ बनानी चाहिए।

विद्यार्थियों को अपने आपको देखना चाहिए कि उनकी रुचि किस विषय में है उसके बाद छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर, समान रुचि वाले लोगों के ग्रुप समूह बनाकर और सपने देखते हुए उन्हें समुचित मूल्यांकन करते हुए प्रैक्टिकल और व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करते रहना चाहिए। किताबें पढ़ने की आदत डालनी चाहिए।

चुने हुए क्षेत्र के डोमिन को मजबूत बनाते रहना चाहिए। हर वक्त सीखते रहने की कला विकसित करें उन्होंने छात्रों के विभिन्न केरियर से संबंधित प्रश्नों का समाधान किया। इस कार्यक्रम में डॉ चेतन सिंह चौहान, डॉ सिद्धराज सिंह सिसोदिया, आलोक भार्गव, डॉ मिनाक्षी भरकतिया, डॉ अमूल मिश्रा, डॉ अमित भार्गव, डॉ प्रिया कांबले, डॉ दीपक मारोठिया, हितेश कोठारी, मैना चौहान, साज़िया, रेखा माली आदि उपस्थित थे।

मैडनेक्स्ट ने हाल ही अपने बिजनेस का 100 करोड़ का टर्नओवर प्राप्त किया है और अफ्रीका में बोत्सवाना, नामीबिया, घाना सहित कई देशों में अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स लगाए हैं। अभी कुछ ही वर्ष पहले उदयपुर के इसवाल में इको फ्रेंडली प्लांट लगाया गया था जो आज नित नई बुलंदियों को छू रहा है। डॉ कमल सिंह राठौड़ ने कार्यक्रम का संचालन किया और डॉक्टर अंजु गोयल ने धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया।