जागरुकता मरीजों के जीवन को सामान्य बनाकर बेहतर जीवन जीने में कारगर साबित हो रही, इसे फैलाने वाले डॉक्टर्स को सम्मानित कर हम गौरवांवित महसूस कर रहे : डॉ. लक्ष्यराज

उदयपुर. द डायबेस्टीज फाउंडेशन की सेमिनार "उदयपुर डायमीट' 11 जनवरी बुधवार को शिकारवाड़ी होटल में मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की अध्यक्षता में हुई।

जागरुकता मरीजों के जीवन को सामान्य बनाकर बेहतर जीवन जीने में कारगर साबित हो रही, इसे फैलाने वाले डॉक्टर्स को सम्मानित कर हम गौरवांवित महसूस कर रहे : डॉ. लक्ष्यराज
जागरुकता मरीजों के जीवन को सामान्य बनाकर बेहतर जीवन जीने में कारगर साबित हो रही, इसे फैलाने वाले डॉक्टर्स को सम्मानित कर हम गौरवांवित महसूस कर रहे : डॉ. लक्ष्यराज

जागरुकता मरीजों के जीवन को सामान्य बनाकर बेहतर जीवन जीने में कारगर साबित हो रही, इसे फैलाने वाले डॉक्टर्स को सम्मानित कर हम गौरवांवित महसूस कर रहे : डॉ. लक्ष्यराज

मेवाड़ ने सीएमएचओ डॉ. बामनिया, पूर्व अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. जोशी, डॉ. विश्नोई, डॉ. शर्मा, डॉ. डामोर को नवाजा  


उदयपुर. द डायबेस्टीज फाउंडेशन की सेमिनार "उदयपुर डायमीट' 11 जनवरी बुधवार को शिकारवाड़ी होटल में मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की अध्यक्षता में हुई। इसमें डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने कहा कि चिंता की बात यह है कि डायबिटीज के मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है, लेकिन राहत की बात यह है कि जागरुकता का स्तर भी रफ्तार से बढ़ता जा रहा है। जागरुकता के चलते जांच समय पर कराने से इलाज भी समय पर शुरू हो जाता है। यही जागरुकता मरीजों के जीवन को सामान्य बनाते हुए बेहतर जीवन जीने में कारगर साबित हो रही है।

टाइप-1 डायबिटीज ही नहीं, बल्कि किसी भी बीमारी की समय पर जांच कराकर अनुशासन और हौसले के साथ इलाज शुरू करने से रोगी बेहतर और पूरी जिंदगी जी सकते हैं। डॉ. मेवाड़ ने इससे पहले टाइप-1 डायबिटीज सहित विभिन्न प्रकार की डायबिटीज के प्रति मरीजों को जागरुक करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित किया।

डॉ. मेवाड़ ने कहा कि टाइप-1 डायबिटीज सहित सभी प्रकार की डायबिटीज के प्रति लोगों को जागरुक करने की इस मुहिम में सहयोग करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित करके हम खुद सम्मानित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि डॉक्टर्स ड्यूटी के अलावा सामाजिक दायित्वों का भी निर्वहन बखूबी कर रहे हैं, जो मेवाड़ के लिए गौरव की बात है। डॉ. मेवाड़ ने सीएमएचओ डॉ. एसएल बामनिया, एमबी अस्पताल के पूर्व अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. रमेश जोशी, डॉ. जगदीशचंद्र विश्नोई, डॉ. आरके शर्मा और डॉ. एलएस डामोर को सम्मानित किया।

-डायबिटीज मरीज हर तरह की एक्टिविटी कर सकते हैं, फाउंडेशन जरूरतमंद मरीजों की मदद के लिए हर समय तैयार
इस दौरान सीएमएचओ डॉ. एसएल बामणिया ने कहा कि इस पहल को उदयपुर के आदिवासी अंचल में भी फैलाया जा रहा है। टाइप-1 डायबिटीज रोगी निराश नहीं हों, समय पर शुगर चेक कराकर इंसुलिन लें। ये दो काम करते रहने से मरीजों को कोई परेशानी नहीं होगी और वे हर तरह की एक्टिविटी कर सकते हैं।

एमबी अस्पताल के पूर्व अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. रमेश जोशी ने कहा कि सबसे बड़ी ताकत ज्ञान है इसलिए हर चिकित्सक का कर्तव्य बनता है कि वह मरीज को पूरी जानकारी दें, जिनका निर्वहन कर रहे हैं। मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार की सदस्य पद्मजा कुमारी मेवाड़ ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य टाइप-1 डायबिटीज सहित अन्य डायबिटीज ग्रस्त गंभीर मरीजों और परिजनों को जागरूक करना और जरूरतमंद मरीजों की मदद करना है। टाइप-1 डायबिटीज की समाज में व्याप्त भ्रांति को दूर करना है।

टाइप 1 डायबिटीज ग्रसित मरीज हर तरह की एक्टिविटी कर सकते हैं। टाइप-1 डायबिटीज मरीजों की फाउंडेशन आर्थिक मदद करेगा। इंसुलिन, इंजेक्शन आदि निशुल्क उपलब्ध कराएगा। इस अवसर पर डायबेस्टीज फाउंडेशन के सदस्यों ने सेमिनार में आए बच्चों को खेल-खेल में टाइप-1 डायबिटीज के प्रति जागरुक कर तनाव मुक्त रहने के गुर सिखाए।