उदयपुर: झोलाछाप डॉक्टरों पर प्रशासन का शिकंजा, पांच क्लिनिक सीज, दो की जांच जारी
उदयपुर: झोलाछाप डॉक्टरों पर प्रशासन का शिकंजा, पांच क्लिनिक सीज, दो की जांच जारी
उदयपुर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देवला और बेकरिया जैसे आदिवासी बहुल इलाकों में पांच क्लिनिक सीज कर दिए हैं। साथ ही, दो अन्य क्लिनिक की जांच जारी है। इस कार्रवाई का नेतृत्व जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देशन में किया गया, जिसमें सीएमएचओ डॉ. अशोक आदित्य और उनकी टीम शामिल रही।
झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई क्यों ज़रूरी?
ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में अवैध क्लिनिक और झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार देखी जा रही थी, जो बिना उचित मेडिकल डिग्री के लोगों का इलाज कर रहे थे। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरा था, बल्कि कई मामलों में मरीजों की जानलेवा स्थिति भी बन रही थी। इसी को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया।
कार्रवाई की प्रमुख बातें:
✅ पांच क्लिनिक सीज किए गए।
✅ दो अन्य क्लिनिक पर जांच जारी।
✅ अवैध रूप से चल रहे अस्पतालों और झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई।
✅ जिला कलेक्टर और सीएमएचओ की टीम द्वारा सख्त निरीक्षण।
प्रशासन की चेतावनी:
स्वास्थ्य विभाग ने साफ कहा है कि अवैध चिकित्सा प्रैक्टिस को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई बिना लाइसेंस के चिकित्सा सेवाएं देता पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।