उदयसागर हत्या कांड: फोटोग्राफर शंकर डांगी की निर्मम हत्या और 48 घंटे में पुलिस की सटीक कार्रवाई
उदयसागर हत्या कांड: फोटोग्राफर शंकर डांगी की निर्मम हत्या और 48 घंटे में पुलिस की सटीक कार्रवाई
घटना का संक्षिप्त विवरण
राजस्थान के झीलों की नगरी उदयपुर में 19 अप्रैल को उस समय सनसनी फैल गई जब उदयसागर झील के किनारे एक पार्क में स्थानीय फोटोग्राफर शंकर डांगी (उम्र 34) की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में मिली। शुरुआती जांच में मामला ब्लाइंड मर्डर का प्रतीत हुआ, परन्तु पुलिस ने मात्र 48 घंटों में इस जघन्य अपराध की गुत्थी सुलझा दी, और दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
हत्या की पृष्ठभूमि: उधारी, लालच और क्रूरता का घातक मिश्रण
शंकर डांगी, जो छोटागुड़ा क्षेत्र के निवासी थे, एक पेशेवर फोटोग्राफर होने के साथ-साथ निजी रूप से कुछ लोगों को ब्याज पर धन उधार भी देते थे। जानकारी के अनुसार, उन्होंने दोनों आरोपियों को ₹5-5 लाख की राशि उधार दी थी। जब शंकर ने बार-बार अपने पैसे वापस मांगने शुरू किए, तो आरोपियों ने क्रूरता की हद पार करते हुए उनकी हत्या की साजिश रच डाली।
हत्या की रचना और क्रियान्वयन: ‘मिर्ची, ब्लेड और बदले की आग’
हत्या को बेहद योजनाबद्ध और भयावह तरीके से अंजाम दिया गया:
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पहले शंकर को एक सुनसान स्थान पर बुलाया गया।
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उन्हें मिर्ची पाउडर से अंधा किया गया।
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इसके बाद प्लास्टिक बाइंडिंग वायर से गला घोंट दिया गया।
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हत्या के बाद भी उनका शरीर क्षत-विक्षत किया गया — ब्लेड से गहरे कट मारे गए ताकि मामला और भयानक प्रतीत हो और पहचान भी कठिन हो सके।
यह एक ऐसा मामला बन गया है जो किसी बॉलीवुड थ्रिलर से कम नहीं लगता — पर दुखद रूप से यह सच्चाई है।
पुलिस की त्वरित और रणनीतिक कार्रवाई
प्रतापनगर थाना पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए फील्ड जांच, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और मुखबिर तंत्र का उपयोग करते हुए आरोपियों तक पहुंच बनाई।
48 घंटों के भीतर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक (SP) द्वारा की गई प्रेस वार्ता में यह स्पष्ट किया गया कि—
“हमारी टीम ने बिना रुके काम किया, और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के साथ-साथ सबूतों की भी कड़ी तैयार कर ली है। पीड़ित परिवार को जल्द न्याय दिलाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।”
सवाल जो अभी बाकी हैं
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क्या यह पहली बार है जब आरोपियों ने ऐसा किया है?
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हत्या के पीछे और भी कोई शामिल था?
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स्थानीय क्राइम कंट्रोल तंत्र पर क्या असर पड़ा?
इन सभी सवालों के जवाब पुलिस की आगे की पूछताछ और चार्जशीट में स्पष्ट होंगे।
शंकर डांगी को श्रद्धांजलि
शंकर डांगी न सिर्फ एक मेहनती फोटोग्राफर थे, बल्कि एक जिम्मेदार भाई, बेटा और दोस्त भी थे। उनकी नृशंस हत्या ने पूरे समाज को झकझोर दिया है। सोशल मीडिया पर उन्हें न्याय दिलाने की मांग तेज़ हो चुकी है — #JusticeForShankar ट्रेंड कर रहा है।