क्लिनिकल रिसर्च, फार्माकोविजिलेंस में व्यापक संभावनाएं: मुकेश महात्मा
स्थानीय बीएन कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी में आईकॉन क्लिनिकल रिसर्च के क्वालिटी

स्थानीय बीएन कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी में आईकॉन क्लिनिकल रिसर्च के क्वालिटी और कंप्लायंस एशिया और ऑस्ट्रेलिया के डायरेक्टर मुकेश महात्मा ने फार्मेसी के विद्यार्थियों को करियर प्रोस्पेक्ट्स फॉर फार्मेसी स्टूडेंट्स इन क्लिनिकल रिसर्च विषय पर संगोष्ठी मेँ जानकारियां दी। इसमें फार्म डी, एम फार्मा, बी फार्मा के करीब 200 विद्यार्थियों ने भाग लिया। बीएन सेमिनार हॉल में आयोजित इस संगोष्ठी में डॉ महात्मा ने बताया कि आने वाला वक्त में क्लिनिकल रिसर्च, फार्माकोविजिलेंस में बहुत ही व्यापक संभावनाएं हैं।
यह दवाओं या औषधीय उत्पाद के प्रभाव, जोखिम और लाभों का वैज्ञानिक विश्लेषण प्रदान करता है। उत्पादों को बाजार में उतारने से पहले उनका परीक्षण किया जाता है। परीक्षण विभिन्न चरणों में किए जाते हैं और सुरक्षा की जांच करने के लिए लॉन्च के बाद पर्यवेक्षण बनाए रखा जाता है और यदि कोई दुष्प्रभाव होता है तो उसकी निगरानी की जाती है।
इस तेजी से विकसित हो रहे उद्योग का हिस्सा बनने का यह सबसे अच्छा समय है। और क्लिनिकल रिसर्च में एक शैक्षिक योग्यता आपको पर्याप्त मदद करेगी। फार्मेसी कोर्स वाला विद्यार्थी गुड क्लिनिकल प्रैक्टिसेस, क्वालिटी एश्योरेंस, मेडिकल राइटिंग के क्षेत्र में व्यापक संभावनाओं को हासिल सकता है। इस अवसर पर डॉ एमएस राणावत, डॉ सिद्धराज सिंह सिसोदिया, डॉ के एस राठौड़, डॉ जय सिंह वाघेला, डॉ सी एस शर्मा, मैना चौहान आदि उपस्थित थे। छात्रों ने प्रश्नों की झड़िया लगाकर अपनी जिज्ञासाओं का शमन किया और बहुत ही प्रसन्नता व्यक्त की। मंच संचालन डॉ कमल सिंह राठौड़ ने किया।