प्रदेश में गुंडागर्दी चरम पर शराब माफिया की शिकायत की तो बुरी तरह से पीटा हाथ और पांव में कीले ठोकी
प्रदेश में गुंडागर्दी चरम पर शराब माफिया की शिकायत की तो बुरी तरह से पीटा हाथ और पांव में कीले ठोकी

प्रदेश में गुंडागर्दी चरम पर शराब माफिया की शिकायत की तो बुरी तरह से पीटा हाथ और पांव में कीले ठोकी
बाड़मेर
प्रदेश में बढ़ रहे अपराध और गुंडागर्दी सरकार और पुलिस के लिए चिंता का विषय है पहले भी राजस्थान पुलिस पर रिश्वतखोरी और तस्करों को भगाने में मदद करने के मामले आम बात थी मगर अब एक नया मामला सामने आया है जिसमें एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा पुलिस को शराब माफियाओं की शिकायत की जाती है और नामजद अपराधियों का नाम दिए जाते हैं जिसमें पुलिस मामले को ठंडे बस्ते में छोड़ देती है जिसका फायदा उठाते हुए आरोपी आरटीआई कार्यकर्ता का अपहरण कर के उसे बुरी तरह से पीटते हैं और हत्या के इरादे से अधमरा करके छोड़ जाते है मामला बाड़मेर जिले के गिडा जसोढो की बेरी गांव निवासी RTI कार्यकर्ता अमराराम का है
जिसका अपहरण करके बेरहमी से मारपीट की गई सूत्रों के मुताबिक अपराधियो द्वारा पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अवैध शराब बेचने की शिकायत का बदला लेने के लिए मारपीट की गई पीड़ित के दोनों पैरों में एक हाथ तोड़ने के साथ पैरों में लोहे की कीलें ठोक दी गई घटना के 2 दिन बाद आरोपी गिरफ्तारी से बाहर है अब मामले में राज्य मानव अधिकार आयोग राजस्थान पुलिस महानिदेशक आबकारी आयुक्त उदयपुर बाड़मेर कलेक्टर से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है आपको बता दें कि बाड़मेर जिले से एक केंद्रीय मंत्री एक कैबिनेट मंत्री एवं छह विधायक हैं लेकिन इस मामले में सब खामोश है पीड़ित अमराराम का गुनाह सिर्फ यह था कि इसने पुलिस की गठजोड़ से बिक रही अवैध शराब की शिकायत की थी अमराराम का आरोप है कि शराब की अवैध बिक्री में गांव के सरपंच के भी हाथ मिले हुए हैं इस मामले में पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने एक्शन लेते हुए चारों आरोपियों को दस्तयाब किया और अन्य संदिग्ध आरोपियों के खिलाफ पुलिस की जगह जगह छापेमारी जा रही है